चाचा शिवपाल जा सकते हैं उच्चतम न्यायालय

नई दिल्ली: अखिलेश यादव गुट को साइकिल मिलने के बाद अखिलेश के चाचा रामगोपाल यादव ने सुप्रीम कोर्ट में केवियट (विरोध पत्र) दाखिल किया। उसमें रामगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट से गुजारिश की है कि वह अखिलेश दल का पक्ष सुने बिना कोई फैसला ना दें। केवियट में कहा गया, ‘अगर दूसरे पक्ष के लोग, मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव किसी भी तरह की दलील लेकर सुप्रीम कोर्ट आते हैं तो सुप्रीम कोर्ट हमारे दल (अखिलेश गुट) को सुने बिना कोई ऑर्डर ना दे।’ इससे पहले सोमवार (16 जनवरी) को मुलायम सिंह यादव के गुट को चुनाव आयोग से करारा झटका मिला था। चुनाव आयोग ने अपना निर्णय अखिलेश के पक्ष में सुनाते हुए उन्हें साइकिल देने का ऐलान किया था।

दरअसल, अखिलेश और मुलायम दोनों ही अपने आपको असली समाजवादी पार्टी घोषित करने के लिए चुनाव आयोग पहुंचे थे। अखिलेश का कहना था कि उनके पास आधे से कहीं ज्यादा विधायकों का समर्थन है इसलिए उनकी समाजवादी पार्टी असली है। वहीं मुलायम ने कहा था कि वह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनके बिना लिए गए सारे फैसलों का कोई मतलब नहीं है।

अखिलेश के पास 228 में से 205 विधायकों, 68 में से 56 एमएलसी, 24 में से 15 सांसदों का समर्थन है। 46 राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों में से 28 का समर्थन भी उन्हें ही है। वहीं पार्टी के 5,731 डेलिगेट्स में से 4,716 उनके साथ हैं।