नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ तस्वीर सामने आने के एक दिन बाद सोमवार को बीजेपी के पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ली। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने कहा कि मैं जड़ों की तरफ लौटा हूं और यह मेरी घर वापसी है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने सिद्धू का स्वागत किया। कांग्रेस पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने सिद्धू का स्वागत करते हुए कहा कि सिद्धू जी कांग्रेस के लिए पूरे देश में प्रचार करेंगे।

सिद्धू ने कांग्रेस जॉइन करते हुए कहा कि मैं एक कांग्रेसी के रूप में ही पैदा हुआ था। सिद्धू ने बीजेपी को इशारों-इशारों में रामायण की कैकेयी बता डाला। खुद पर होने वाले संभावित हमलों से बचने के लिए उन्होंने कहा कि मैं पार्टी को मां कहता था लेकिन मां वनवास नहीं भेजती। ऐसे में कैकेई कौन और मंथरा कौन सब जानते हैं। मुझे इस पर ज्यादा बोलने की जरूरत नहीं है।

सिद्धू ने कहा कि ड्रग्स इस वक्त पंजाब की हकीकत है। आखिर क्यों कोई इसकी सच्चाई पर कुछ नहीं बोलता है? उन्होंने पूछा कि गुजरात, राजस्थान, कश्मीर में यह ड्रग्स क्यों नहीं बिकती? ड्रग्स केवल पंजाब में क्यों बिकती है? उनकी नेता पुलिस का नेक्सस है इसीलिए फिल्में तक बन गई। जो सरकार लोगों के लिए होनी चाहिए थी वह परिवार के लिए हो गई। सिद्धू ने अकाली दल पर हमला किया और कहा कि अकाली दल भी एक पवित्र जमात थी जो अब जायदाद बन गया है। इसके बाद उन्होंने कहा, भाग बाबा बादल भाग, सिहांसन खाली कर, पंजाब की जनता आती है।

सिद्धू के निशाने पर पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर बादल भी रहे। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ऑक्सफोर्ड से पढ़ कर आए हैं। न कमानी न पहिया, सब बन गए सुखबीर भैया। मैं इनकी पोल खोलूंगा। मैं बताऊंगा कि कैसे पंजाब के दुख पर इन्होंने सुख निवास बनाया है।

सिद्धू ने कहा कि बीजेपी से मेरा कोई मनमुटाव नहीं था। वो (बीजेपी) उनका (बादल) साथ छोड़ने को तैयार नहीं थे। उन्होंने मेरे बजाय उन्हें चुना। बात खत्म। सिद्धू ने कहा कि राज्य पर 1,88,000 करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है। एक परिवार का पूरी तरह कब्जा है। ये कर्जा कैसे उतरेगा? पॉलिसी बनाने से ही कुछ हो पाएगा, अच्छी नीयत के साथ। सिद्धू ने साफ कहा कि धंधा करते हो तुम धंधा। मैं बताउंगा कहां कहां क्या बेचा है? पोल खोलूंगा।

प्रधानमंत्री मोदी पर खुल कर बोलने से सिद्धू कतराते नजर आए। पीएम पर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि उनका यहां क्या रोल? बीजेपी सिर्फ बीस सीटों पर लड़ती है। उन्होंने मेरे बजाय गठबंधन को चुना। राजनीति में ऐसा होता है।

पंजाब में कांग्रेस के प्रमुख नेता और सीएम पद के दावेदार अमरिंदर सिंह के साथ मतभेद पर सिद्धू ने कहा कि लोकतंत्र में मतभेद होता है। उन्होंने अपने शायराना अंदाज में कहा कि जब फूल झड़कर दोबारा खिल सकते हैं तो दो लोग टेबल पर बैठकर बात कर सकते हैं। जब लालू और नीतीश मिल सकते हैं तो हम क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि मैं किसी के भी नेतृत्व में काम करने के लिए तैयार हूं। कांग्रेस हाईकमांड ही फैसला करेगी।