लखनऊ: सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव बुधवार को लखनऊ में पार्टी दफ्तर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी को टूटने नहीं देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी की एकता में कोई बाधा नहीं डाले। इसके साथ ही मुलायम ने कहा, ‘मैं दिल्ली इसलिए गया था कि हमारी पार्टी में कोई बाधा ना डाल पाए। पार्टी की एकता के लिए हमने पूरा समय दिया है। आपकी चिंता स्वभाविक है, क्योंकि पार्टी संघर्ष से बनी है। मेरे पास जो था वो सब देश का है, और मेरे पास क्या है। आप सब हैं।’

अलग पार्टी बनाने पर मुलायम बोले, ‘ना हम अलग पार्टी बना रहे हैं, ना ही चुनाव चिन्ह बदल रहे हैं। वो(अखिलेश समर्थक गुट) दूसरी पार्टी बना रहे हैं। मैंने उनको कहा कि विवाद में मत पड़ो। हम पार्टी में एकता चाहते हैं। मुझे पता है कि वो तीन बार दूसरी पार्टी के अध्यक्ष से मिले। हम पार्टी को बचाना चाहते हैं।’
साथ ही मुलायम ने कहा, ‘मैं आपको यह बताने के लिए यहां खड़ा हूं कि पार्टी को टूटने नहीं देंगे। वह मैं नहीं हूं जो पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहा है, वह शख्स कौन है जो दूसरे लोगों से मिल रहा है। मैं पार्टी में दरार नहीं पड़ने दूंगा। जब अखिलेश दो साल का था, तब मैंने आपातकाल के दौरान समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी।

इस दौरान शिवपाल यादव, मुलायम सिंह यादव के साथ खड़े थे। शिवपाल की तारीफ करते हुए मुलायम ने कहा, ‘शिवपाल ने पार्टी के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने आपातकाल के दौरान लड़ाई लड़ी है।’

बता दें, समाजवादी पार्टी में पिछले कुछ दिनों से तनातनी बनी हुई है। इस दौरान अखिलेश यादव के प्रति मुलायम सिंह यादव का स्वर कभी नरम तो कभी कड़क देखने को मिला है। सोमवार को मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि अगर पार्टी चुनाव जीतती है तो अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री होंगे, वहीं इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि पार्टी के चुनाव जीतने के बाद विधायक तय करेंगे कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा।