जम्मू। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहने के बाद मंगलवार को विधानसभा शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा किया। बीजेपी सदस्यों ने कहा कि जिन लोगों ने कल (सोमवार को) राष्ट्रगान का अपमान किया उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। बता दें कि सोमवार को विपक्ष ने पीडीपी-बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और यहां तक कि राष्ट्रगान के समय भी सरकार विरोधी नारे लगाए। इस वजह से राज्यपाल को अपना संबोधन छोटा करना पड़ा था।

मंगलवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा में राष्ट्रगान के अपमान और कश्मीर में अशांति के दौरान हुई मौतों के मुद्दे पर हंगामा हुआ। विपक्ष ने कश्मीर स्थिति पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया, अध्यक्ष ने कुछ देर के हंगामे के बाद इसे स्वीकार कर लिया। मंगलवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेता उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा में कश्मीर के हालात पर सरकार को निशाने पर लिया। अब्दुल्ला ने कहा कि जब सरकार को पता चला कि बुरहान वानी की मौत हो चुकी है तो उसने क्या कदम उठाए? अब्दुल्ला ने कहा कि मेरे सूत्र बताते हैं कि कोई भी कदम नहीं उठाया गया।

सीएम महबूबा मुफ्ती पर हमला करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब कश्मीर के उपद्रव में लोग मारे जा रहे थे, महबूबा ने बच्चों के मां-बाप पर आरोप मंढ़ते हुए उनसे बच्चों को कंट्रोल करने को कहा। उमर ने माना कि 2010 में हालात को नियंत्रित करने में हम नाकाम थे और वह हमारा फेलियर था। विधानसभा में एनसी और कांग्रेस आरएसएस हाय हाय… नागपुर हाय हाय के नारे लगाते रहे।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों की पीडीपी विधायकों के साथ झड़प हो गई।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर कवींद्र गुप्ता ने राष्ट्रगान के अपमान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसी को राष्ट्र गान का अपमान नहीं करना चाहिए था। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में इस घटना को दोहराया नहीं जाएगा।

जम्मू क्षेत्र के बीजेपी विधायक रविन्द्र रैना ने कहा कि कल (सोमवार) जो हुआ उसके लिए कांग्रेस एनसी और गवर्नर साहब को माफी मांगनी चाहिए। राज्यपाल के लिए हम गृहमंत्री जी से बात करेंगे।