फेविकॉल ने 60000 से अधिक काष्ठकर्मियों और कॉन्ट्रेक्टर्स को एक अनूठी अखिल भारतीय सामुदायिक पहल के लिए 20 दिसम्बर को श्रमदान दिवस के उपलक्ष्य अनुबंधित किया। अक्षरशः कहा जाए तो, यह काष्ठकर्मी और कॉन्ट्रेक्टर्स अपने एक दिन के श्रमदान एक दम निःशुल्क रूप से किया और इस दिन करीब 750 एनजीओज, लाभान्वित स्कूल, अस्पताल एवं वंचित बच्चों के लिए कार्यरत संस्थानों के फर्नीचर्स की मरम्मत की और उन्हें चमका कर नया रूप प्रदान किया। फेविकॉल चैम्पियन्स क्लब (एफसीसी) के बैनर तले यह आयोजन पूरे देश भर के 391 शहरों में किया ग

फेविकॉल चैम्पियन्स क्लब (एफसीसी) काष्ठकर्मियों और कॉन्ट्रेक्टर्स का एक विशेष क्लब है। यह काष्ठकर्मियों और उनके परिजनों के लिए एक ऐसा मंच है जहां वे सीख सकते हैं तथा अपने व्यक्तिगत कौशल को समृद्ध बना कर अपने कारोबार का विस्तार कर सकते हैं। एफसीसी सदस्य समाज की बेहतरी के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने समाज के सुधार के लिए कई गतिविधियां संचालित की है जिनमें मेडिकल कैम्प, रक्तदान, पल्स पोलियो, नेत्र जांच शिविर, स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई अभियान, बाल मेला, और छात्रवृत्ति इनमें से कुछेक हैं। फेविकॉल ने हाल ही में ‘मास्टर क्राफ्टमैन‘ पहल हाथ में ली है जिसका लक्ष्य समाज के सामने कारपेन्टरी के कार्य को एक कला के रूप में पेश करना है।

श्रमदान दिवस का आयोजन एफसीसी के स्थापना दिवस के अवसर पर किया जाता है, और अब इसका विकास इतना हो गया है कि यह लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशियन बुक ऑफ रिकॉड सहित अन्य में अपना नाम दर्ज करवाने जा रहा है। गत वर्ष क्लब के 42000 से भी अधिक सदस्यों ने इस श्रमदान दिवस पर भाग लिया। एफसीसी सदस्यों ने जरूरत मंद समुदायों के लिए अनेक प्रकार के कार्य किए है जिनमें बिना किसी प्रकार की आर्थिक सहायता के संस्थान में मरम्मत कार्य किया, एक करीब 100 पुराने श्मशान घाट पर सीमेंट एवं चायना बैंचें लगवाई, बाढ़ सहायता कोष में मदद सहित अन्य अनगिनत कार्य हैं जो इन सदस्यों ने पूरे किए।

पिडिलाइट इन काष्ठकर्मियों और कॉन्ट्रेक्टर्स के साथ इस श्रमदान दिवस पर अपनी पूरी भागीदारी पूरे भारत में इन प्रतिभागियों को उपकरण एवं वांछित सामग्री उपलब्ध करवाई।