वालेटा: माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट ने कहा कि लीबिया के विमान का अपहरण करने वाले लोगों ने शुक्रवार को विमान को छोड़ दिया और सभी यात्रियों एवं चालक दल के सदस्यों को रिहा करने के बाद आत्मसमर्पण कर दिया. अपहरणकर्ताओं ने अपहरण करने के बाद विमान को माल्टा के अंतरराष्ट्रीय पर उतारा था.

मस्कट ने ट्विटर पर लिखा, 'अपहरणकर्ताओं ने आत्मसमर्पण कर दिया, उनकी तलाशी ली गई और फिर हिरासत में ले लिया गया'.

इससे पहले लीबिया से अपहृत कर माल्‍टा ले जाए गए अफ्रीकियाह एयरवेज के विमान में सवार सभी 111 यात्रियों और 7 क्रू मेंबर्स को छोड़ दिया गया. यात्रियों की रिहाई विमान में सवार दो अपहरणकर्ताओं से बातचीत के बाद सुनिश्चित हो पाई, जिन्‍होंने पहले विमान को उड़ाने की धमकी दी थी.

इससे पहले माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट और सरकारी सूत्रों ने जानकारी दी कि अपहृत विमान को भूमध्य सागर के द्वीप माल्टा में शुक्रवार को उतारा गया. विमान में 118 लोग (चालक दल के सात सदस्यों समेत) सवार थे.

अफ्रीकियाह एयरवेज द्वारा परिचालित यह एयरबस ए-320 साबहा से राजधानी त्रिपोली की घरेलू उड़ान पर थी, लेकिन उसका मार्ग बदल दिया गया.

जोसेफ मस्कट ने पहले ट्वीट किया, 'सबहा से त्रिपोली की अफ्रीकियाह की उड़ान का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया और विमान माल्टा में उतरा है. सुरक्षा सेवाएं अभियान का समन्वय कर रही हैं'. लीबिया ने इसकी पुष्टि की कि विमान का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है.

इससे पहले माल्टा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एमएआई) ने ट्वीट किया कि, 'एमआईए इसकी पुष्टि करता है कि हवाई अड्डे पर गैरकानूनी गतिविधि हुई है. आपात टीमें रवाना कर दी गई हैं'. हवाई पट्टी पर विमान को सैन्य वाहनों द्वारा घेराबंदी किए हुए देखा जा सकता है और सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है.

मुअम्मर कज्जाफी को 2011 में सत्ता से हटाए जाने के बाद लीबिया में अराजकता की स्थिति है, क्योंकि मिलीशिया देश के अलग अलग क्षेत्रों पर नियंत्रण के लिए संघषर्रत हैं.