लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र की 3180 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किए। इन परियोजनाओं से प्रदेशवासियों को अपने राज्य में ही बेहतर एवं विश्व स्तरीय उपचार सुविधाएं मिलने लगेंगी।

मुख्यमंत्री ने डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के वर्तमान परिसर में जिन 163.67 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया, उनमें 92 करोड़ रुपए की लागत का रेजिडेन्ट हाॅस्टल, पी0आर0ए0, फार्मेसी, 47.08 करोड़ रुपए की लागत वाले नर्सेज़ हाॅस्टल एवं सी0एस0एस0डी0 तथा 4.87 करोड़ रुपए की लागत से रेडियो डाइग्नोसिस विभाग में डी0एस0ए0 मशीन, 5.77 करोड़ रुपए की एनेस्थिसिया विभाग में सिमुलेशन लैब, 02-02 करोड़ रुपए की लागत से नेफ्रोलाॅजी विभाग में किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट तथा न्यूरो सर्जरी विभाग में न्यूरो-आई0सी0यू0 शामिल हैं। इसके साथ ही, उन्होंने 1.24 करोड़ रुपए का सोलर प्लांट, 6.36 करोड़ रुपए की कार्डियोलाॅजी विभाग में दूसरी कैथलैब, 1.78 करोड़ रुपए की आई0सी0यू0 एवं क्रिटिकल केयर विभाग में ई-चार्टिंग तथा लगभग 01 करोड़ रुपए की एपिलेप्सी माॅनिटरिंग यूनिट का लोकार्पण भी किया।

इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के वर्तमान परिसर में 29.60 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया, जिनमें 12.77 करोड़ रुपए की तृतीय लिनियर एक्सीलरेटर मशीन एवं 4डी0 सी0टी0 सिमुलटर तथा लगभग 17 करोड़ रुपए की न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पेट सी0टी0 मशीन शामिल है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने डाॅ0 राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय का संस्थान में विलय करते हुए इसे संयुक्त चिकत्सा शिक्षा संस्थान के रूप में स्थापित करने का निर्णय वर्ष 2004 में ही ले लिया था। इस संस्थान को विश्वविद्यालय का स्वरूप देते हुए एम0बी0बी0एस0 की 150 सीटें आवंटित करने की प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। आज जिन सुविधाओं को जनता को समर्पित किया गया है, उनमें ई-चार्टिंग एवं ई-आई0सी0यू0 शामिल हैं। जिनके माध्यम से गम्भीर रोगों से ग्रस्त मरीजों के उपचार के सम्बन्ध में आवश्यक परामार्श उपलब्ध कराया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने डाॅ0 राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के गोमतीनगर विस्तार परिसर में करीब 80 करोड़ रुपए की लागत से तैयार 200 बिस्तरों के बाल एवं मातृत्व चिकित्सालय का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यहां मातृ एवं बाल चिकित्सा की उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रारम्भ किया जाएंगी। यह चिकित्सालय मातृ एवं शिशु चिकित्सा के लिए प्रदेश का सर्वोत्कृष्ट केन्द्र होगा। मुख्यमंत्री ने इसी परिसर में लगभग 950 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले 500 बिस्तरों के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का शिलान्यास भी किया।

मुख्यमंत्री ने चकगंजरिया फार्म स्थित सी0जी0 सिटी में लगभग 855 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान एवं हास्पिटल का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस अस्पताल के माध्यम से प्रदेश की जनता को कैंसर रोग का उच्च स्तरीय इलाज मिल सकेगा। इससे प्रदेश की गरीब जनता को कैंसर के इलाज के लिए अन्य प्रदेशों में जाने की जरूरत नहीं पडे़गी, बल्कि उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों के मरीजों के लिए भी यह संस्थान उपयोगी साबित होगा। उन्होंने कहा कि यहां ओ0पी0डी0 का काम पहले ही शुरू हो चुका है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह संस्थान कैंसर जैसे घातक रोग के अद्यतन इलाज विधि के लिए एक शोध संस्थान के रूप में काम करते हुए पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाएगा।

ज्ञातव्य है कि इस संस्थान में 11 ब्लाॅक का निर्माण किया जाएगा। कैंसर में गहन चिकित्सा हेतु लगभग 45 आई0सी0यू0 बेड तथा सर्जरी के लिए 24 आधुनिकतम थियेटर के भी निर्माण किए जाएंगे। कैंसर जैसे असाध्य रोगों के उच्च स्तरीय परीक्षण हेतु यहां 6 लीनियर एक्सलेटर मशीन, ब्रेचीथरेपी, पी0आई0टी0, सी0टी0, गामा कैमरा, एक्सरेसिम्यूलेटर, सी0टी0 सिम्यूलेटर, 02 एम0आर0आई0, 02 सी0टी0 स्कैन, 02 एक्स-रे मशीन, मेमोग्राफी, बोन डैनसिटोमीटर, ओ0पी0जी0, 06 अल्ट्रासाउण्ड, इको, टी0एम0टी0, ई0ई0जी0 एवं ई0एम0जी0 की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

मुख्यमंत्री ने सी0जी0 सिटी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 495.58 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने वाले राजकीय मेडिकल काॅलेज नजीबाबाद, बिजनौर तथा लगभग 521.58 करोड़ रुपए से तैयार होने वाले राजकीय मेडिकल काॅलेज चन्दौली का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों मेडिकल काॅलेजों की स्थापना से जहां एम0बी0बी0एस0 की सीटों में इजाफा होगा और डाॅक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी, वहीं स्थानीय जनता को इलाज की उच्चस्तरीय सुविधाएं भी मिलेंगी।

मुख्यमंत्री ने किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ की 281.46 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया, जिनमें 227.50 करोड़ रुपए से निर्मित शताब्दी चिकित्सालय फेज-2, लगभग 06 करोड़ रुपए से निर्मित कम्युनिटी मेडिसिन एवं पब्लिक हेल्थ विभाग के अंतर्गत आर0एस0टी0सी0 सरोजनीनगर में हाॅस्पिटल भवन एवं आवासीय भवनों, करीब 39 करोड़ रुपए की लागत से शताब्दी चिकित्सालय फेज-1 के अंतर्गत माॅड्युलर ओ0टी0, 05 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार ट्रामा सेण्टर के भूतल व प्रथम तल पर केन्द्रीय वातानुकूलित सुविधा व डी0जी0 सेट्स के सुदृढ़ीकरण एवं 05 करोड़ रुपए से अधिक के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अधीन ई0टी0एच0सी0सी0 बंथरा हाॅस्पिटल बिल्डिंग एवं आवासीय भवनों का आई0पी0एच0एस0 मानक के अनुसार उच्चीकरण शामिल हैं। उन्होंने इस मौके पर 313 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार होने वाले एडवांस पीडियाट्रिक मल्टी स्पेशियलिटी माॅडर्न सिग्नेचर इंस्टीट्यूट का शिलान्यास भी किया। उन्होंने एडवांस पीडियाट्रिक मल्टी स्पेशियलिटी माॅडर्न सिग्नेचर इंस्टीट्यूट को बच्चों के इलाज के लिए स्थापित होने वाले बेहतरीन संस्थानों में से एक बताते हुए कहा कि इससे बच्चों के इलाज से सम्बन्धित बीमारियों का उच्चस्तरीय इलाज एवं शोध कार्य एक ही छत के नीचे सम्पन्न हो सकेगा।

मुख्यमंत्री ने एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ के लगभग 246 करोड़ रुपए की 04 परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया, जिनमें 100.67 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार लेक्चर हाॅल एवं लाइबे्ररी भवन, साढ़े 121 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए न्यू ओ0पी0डी0 भवन, करीब 19 करोड़ रुपए के उच्चीकृत न्यू सर्जरी ओ0टी0 एवं आई0सी0यू0 तथा लगभग 05 करोड़ रुपए की लागत से तैयार उच्चीकृत सी0सी0एम0 शामिल हैं।
ज्ञातव्य है कि प्रदेश सरकार एवं एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ के अथक प्रयासों के फलस्वरूप एस0जी0पी0जी0आई0 में नया ओ0पी0डी0 भवन निर्मित हो पाया है। 05 मंजिली इस इमारत में प्रथम से चतुर्थ तल तक 15 विभागों की ओ0पी0डी0 का निर्माण किया गया है, जिसमें कुल 144 कमरे बनाए गए हैं। इसी प्रकार 100.65 करोड़ रुपए की लागत से बहुमंजिला केन्द्रीय पुस्तकालय एवं सभागार काॅम्प्लेक्स बनाया गया है। इस परियोजना में पुस्तकालय भवन के अतिरिक्त 400 सीटों वाला एक सभागार तथा 150 सीटों वाले 04 लेक्चर हाॅल स्थापित किए गए हैं।