नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के बेलगाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जबरदस्त हमला बोला। राहुल गांधी ने नोटबंदी के फैसले को गरीब, मजदूरों और किसानों के खिलाफ बताते हुए कहा कि नोटबंदी का फैसला भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है। इसलिए कांग्रेस नोटबंदी के फैसले पर बीजेपी के साथ नहीं है।

इसके साथ ही राहुल गांधी ने नोटबंदी के कारण हुई 100 लोगों की मौत के लिए पीएम मोदी को ठहराया जिम्मेदार। राहुल ने कहा कि नोटबंदी की वजह से 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई लेकिन, पीएम भाषण देते रहे।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए कहा कि ‘पीएम कहते हैं कि लाइन में चोर खड़े हैं’ जबकि पूरा देश लाइन में खड़ा है, मैं मोदी से पूछना चाहता हूं क्या लाइन में खड़े गरीब लोग चोर हैं? राहुल ने कहा कि कांग्रेस देश से भ्रष्टाचार को मिटाना चाहती है। इसके लिए कांग्रेस बीजेपी सरकार के हर भ्रष्टाचार विरोधी कदम पर साथ देगी।

राहुल ने मनरेगा के जरिए पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में पीएम मोदी ने मजदूरों का मजाक उड़ाया, मजदूरों को गड्ढे खोदने वाला बताया। राहुल ने कहा कि आदिवासियों से जल-जंगल-जमीन छीनने वाली बीजेपी की सरकारें विरोध करने पर गोली मरवा देती हैं।

राहुल ने मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि मोदी सरकार कहती थी कि वो कालेधन पर हमला बोल रही है। पर उन्हें भी पता है कि सभी कालाधन कैश में नहीं है और सारा कैश कालाधन भी नहीं है। कालाधन स्विस बैंक और रियल इस्टेट में है। पीएम मोदी इसके बारे में जानते हुए इस 94 फीसदी कालेधन के पीछे न जाकर 6 फीसदी कालेधन-कैश के पीछे पड़े। जो गरीबों के पास है। पीएम मोदी चोरों के पीछे नहीं गए, गरीब किसानों के पीछे दौड़े।

राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे मिलने वाली जनता कहती है कि मोदी जी ने 15 लाख का वादा किया था, पैसा तो मिला ही नहीं। वो पूरी तरह से झूठ बोलते हैं। राहुल ने नोटबंदी से हो रही परेशानियों पर आगे कहा कि अगर समय पर नोट छप जाते और सारे एटीएम चलते तो पैसे बैंक में नहीं रहते। लोग अपने पैसे निकालते। सरकार के मांगे 50 दिनों में कुछ नहीं होने वाला। ये पैसा 5-6 माह बैंक में ही रहेगा, जिसकी वजह से इकॉनमी ठप होगी। बाद में गरीबों का यही पैसा अमीरों को जाएगा।

नरेंद्र मोदी ने आप गरीबों, मेहनतकश लोगों के पैसे छीनकर आपके पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है। आपका पैसा अमीरों के पास जाएगा। पीएम मोदी कहते थे कि सारा कालधन सामने आएगा। बैंकों में 13लाख करोड़ रुपए वापस आ गए। वो अब कालेधन की बात नहीं कर। वो कहते थे कि नोटबंदी आतंक पर चोट है। पर नोटबंदी के दो दिनों के भीतर ही चमकते 2000 के नोट आतंकियों की जेब से मिलते हैं।

राहुल गांधी ने कैशलेस इकॉनमी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि कैशलेस इकॉनमी का मतलब 100 रुपए पर जादू से 5 फीसदी कमीशन 50 परिवारों को चला जाएगा। यही है असली कैशलेस इकॉनमी। उनका इशारा कार्ड-कैशलेस ट्रांसेक्शन पर लगने वाले चार्ज से था।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दावा कर रहे हैं कि नोटबंदी की जानकारी किसी को नहीं थी। अगर ऐसा था तो नोटबंदी से ठीक पहले बंगाल बीजेपी में करोड़ों कैसे जमा कराती है? बीजेपी बिहार के हर जिले में जमीन कैसे खरीदती है?

इस दौरान राहुल ने चारों तरह से नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की। हालांकि वो बीच में ऐसी गलती भी कर बैठे, जिसपर उनकी खिंचाई भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 28 हजार निकासी की लिमिट न लगाई होती, तो लोग अपना पैसा निकालते। बता दें कि ये लिमिट 24 हजार रुपए की है ना कि 28 हजार रुपये की।