लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्य तिथि पर जी0पी0ओ0 पार्क स्थित उनकी प्रतिमा पर जाकर पुष्प अर्पित करके उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि महात्मा गांधी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को परतंत्र भारत में किसानों के लिये संघर्ष का नेतृत्व करने पर लौहपुरूष की पदवी प्रदान की थी। वे सदैव किसानों के लिये संघर्ष करते रहे। देश की आजादी में सरदार पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश की आजादी के बाद प्रथम गृहमंत्री बनें। अंग्रेजों ने जाते-जाते देश में हैदराबाद, कश्मीर सहित अन्य तत्कालीन छोटी-छोटी रियासतों को यह अधिकार दिया था कि आजादी के बाद वे चाहें तो भारत में विलय करें या स्वतंत्र रियासत के रूप में रह सकते हैं। ऐसी अनेक रियासतों को सरदार वल्लभभाई पटेल ने गम्भीर चुनौती मानते हुए बड़ी कुशलता से भारत में विलय किया। वल्लभभाई पटेल ने रियासतों को भारत में विलय कराकर देश की एकता और अखण्डता को मजबूत किया। आज के दिन हम सरदार वल्लभभाई को स्मरण करते हैं। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के प्रति सबसे बड़ी श्रद्धांजलि यही होगी कि सरकारें, अधिकारीगण एवं नागरिक मिलकर सौहार्दपूर्ण, सुरक्षित एवं शांतिमय समाज का निर्माण करें।