लखनऊ: FIH जूनियर विश्व कप हॉकी में लीग दौर में शानदार प्रदर्शन करने वाली मेज़बान भारतीय हॉकी टीम की परीक्षा की घड़ी आ गई है। गुरुवार को क्वार्टर फाइनल में उसका सामना स्पेन से होगा जिसे कमज़ोर समझना भारी भूल होगी इसलिए कल के मैच में टीम हॉकी इंडिया सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए सब कुछ झोंक देना चाहेगी।

रेकार्डों में जाएं तो विश्व कप में स्पेन के खिलाफ भारतीय टीम का इतिहास अच्छा नहीं रहा है। 1997 से अब तक दोनों टीमें तीन बार एक-दूसरे के सामने हुई हैं, जिनमें दो बार बाजी स्पेन के हाथ लगी है। 1997 में स्पेन ने लीग मुकाबले में भारत को 3-2 से हराया था। 2005 में भारत स्पेन से क्वार्टर फाइनल में 4-2 से हारा था। 2001 में भारत ने स्पेन को 3-0 से हराया था। 2001 में ही भारत विश्व चैंपियन भी बना था। तब से भारत भी विश्व खिताब की तलाश में है। स्पेन की टीम 2005 में तीसरे स्थान पर आई थी। यह इस टूर्नामेंट में उसका अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। भारत ने पूल डी में जिस तरह श्रेष्ठता साबित की है, उससे उसे जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। वहीं स्पेन की टीम पूल सी में बमुश्किल और किस्मत के सहारे नाकआउट में पहुंची है। हालांकि इसके बावजूद स्पेन की टीम को कमतर नहीं आंका जा सकता। स्पेन की फारवर्ड लाइन और डिफेंस काफी मजबूत हैं। मैदान में स्पेनिश स्पीड से भी विरोधियों को सकते में डाल सकते हैं।

भारतीय कप्तान हरजीत सिंह का कहना है कि सभी बेहतर खेल रहे हैं इसीलिए किसी तरह का दबाव नहीं है। स्पेन को पहले भी हरा चुके हैं। हमने कई टूर्नामेंट साथ खेले हैं और दबाव में और निखरकर सामने आए हैं। लंबे समय से टीम साथ है, इसलिए सबको दूसरी की क्षमताओं के बारे में पता है। कोई विशेष तैयारी नहीं है।

भारत के कोच हरेंद्र सिंह का मानना है कि सामने कोई भी टीम हो या मुकाबला कितना भी बड़ा हो, अपनी क्षमता के अनुसार ही खेलना चाहिए। दूसरों की नकल करने की जरूरत नहीं है। अगर मैदान पर बेसिक मजबूत रही तो फिर सामने वाली टीम कोई भी हो फर्क नहीं पड़ता। स्पेन से पहले भी हम खेल चुके हैं। सभी को अपना रोल पता है। एक मिनट में पासा पलट सकता है। इसीलिए मेरा मंत्र है, जब मौका मिले विरोधी को इतना पीछे कर दो कि उसमें उठने की हिम्मत ही न रहे।

स्पेन के कोच रोजर पलारोल्स ने कहा कि क्वार्टर फाइनल के लिए टीम तैयार है। हमने जिस तरह न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच खेला है, उससे टीम में उत्साह है। बेशक मैच ड्रा रहा, लेकिन जिस दबाव में टीम ने नाकआउट में जगह बनाई, वह हमारे हक में जाता है।
गौरतलब है की चारों क़्वार्टर फाइनल मैच कल खेले जायेंगे जिसमें अन्य तीन मुकाबले जर्मनी-इंग्लैंड, बेल्जियम-अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड के बीच खेले जायेंगे ।
आज क्लासिफिकेशन दौर में 13 से 16 स्थान के लिए खेले गए मैचों में जापान ने मिस्र को 1-0 से और कोरिया ने कनाडा को 2-1 से पराजित किया जबकि 9वें से 12 वें स्थान के लिए हुए मुकाबलों में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रिया को 4-2 से और न्यूज़ीलैंड ने मलेशिया को 3- से हराया ।