लखनऊ : एक्सिस बैंक ने आज विमुद्रीकरण के बाद की मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने तथा अपने ग्राहकों को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्मों के उपयोग की घोषणा की और इसके लिए कई युक्तियों को अपनाया।
एक्सिस बैंक ने पूरे भारत में भुगतान के डिजिटल माध्यमों को बड़े पैमाने पर अपनाने की प्रवृति का अनुभव किया है। बैंक ने देश के नागरिकों अपने दैनिक लेनदेन एवं भुगतान के लिए डिजिटल माध्यमों के अधिक-से-अधिक उपयोग करने के बारे में निरंतर शिक्षित और प्रोत्साहित किया है। डिजिटल पेमेंट सॉल्यूसंश के क्षेत्र में, कैशलेस लेनदेन का संचालन करने के लिए एक्सिस बैंक पूरे भारत भर में आवश्यक बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने का प्रयत्न कर रहा है। बैंक का क्यूआर आधारित स्कैनिंग सॉल्यूशन, छोटे टिकट विक्रेताओं द्वारा कैशलेस लेनदेन करने के लिए बेहतर डिजिटल प्लेटफार्म साबित हुआ है। वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 2 लाख व्यक्तियों बैंक के यूपीआई ऐप से जुड़ रहे हैं।

इसके अलावा नकद निकासी को आसान बनाने के लिए एक्सिस बैंक की ओर से माइक्रो एटीएम लगाये गए हैं और पीओएस टर्मिनलों पर नकद निकासी सुविधाओं की शुरूआत की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक नागरिकों के लिए कई शिक्षाप्रद कार्यक्रमों का संचालन कर रहा है, जिसके माध्यम से लोगों को खाते खोलने और बिना नकद लेनदेन के लिए डेबिट कार्ड उपलब्ध कराने पर बल दिया जा रहा है। बैंक द्वारा किराना दुकानों पर पीओएस मशीन भी लगाये गए हैं।
वर्तमान में, लगभग 99 प्रतिशत एटीएम को नए नोटों के आकार के हिसाब से समायोजित किया गया है। बैंक ने अस्पतालों, मंडियों, जैसे अहम स्थानों पर एटीएम में नकद राशि की उपलब्धता को प्राथमिकता दी है।

बैंक के लगभग 3000 शाखाओं के तकरीबन 50,000 कर्मचारी अपने ग्राहकों को बेहतरीन सेवा प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
एक्सिस बैंक वैश्विक उद्योग के विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रहा है तथा वास्तविक समय में की जा रही लेनदेन पर नजर रखने एवं निगरानी करने के लिए समर्पित कर्मचारियों के आंतरिक समूहों का गठन किया है। बैंक ने फॉरेंसिक ऑडिट करने के लिए केपीएमजी इंडिया, जो स्वतंत्र आंतरिक ऑडिट के क्षेत्र में अग्रणी है, को नियुक्त किया है, साथ ही संभावित विचलन की समानांतर के लिए बैंक के 125 वरिष्ठ कर्मचारियों के साथ एक विशेष कार्य बल का गठन किया है। केपीएमजी और आंतरिक कार्य बल के सहयोग से बैंक इस प्रणाली एवं प्रक्रिया की लगातार समीक्षा एवं निगरानी कर रहा हैय और चेतावनी के अतिरिक्त संकेतकों का भी प्रयोग किया जा रहा है।

बैंकों ग्राहकों को हर समय बैंकिंग का बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और अपने हितधारकों से अफवाहों या झूठे आरोपों पर ध्यान न देने का अनुरोध करता है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार, अपने मूल्यवान ग्राहकों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए बैंक के पास अपेक्षित व्यवस्था एवं नियंत्रण प्रणाली मौजूद है।