नई दिल्ली। नोटबंदी पर लोकसभा का नजारा आज भी नहीं बदला। हंगामे के चलते लोकसभा अगले दिन के लिए स्थगित होने के तुरंत बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद के बाहर कमान संभाल ली। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ताबड़तोड़ हमले बोले। राहुल ने ये कहकर सनसनी फैला दी कि मेरे पास पीएम के खिलाफ भ्रष्टाचार की निजी जानकारी है।

राहुल ने कहा कि मेरे पास प्रधानमंत्री के बारे में पर्सनल जानकारी है, जो मैं लोकसभा में रखना चाहता हूं। मेरे पास प्रधानमंत्री के निजी करप्शन की जानकारी है। इसे मैं लोकसभा में रखना चाहता हूं, पर हमें प्रधानमंत्री नहीं रखने दे रहे हैं। हमें बोलने दीजिए हम सब दिखा देंगे।

राहुल ने कहा कि विपक्ष पिछले एक महीने से लोकसभा में चर्चा करना चाह रहा है, लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। पीएम घबराए हुए हैं और हमें बोलने नहीं दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि अगर उन्होंने मुझे बोलने दिया तो उनका गुब्बारा फूट जाएगा।

पीएम से पूरा देश सफाई चाहता है। उन्हें हमें बोलने देना होगा। प्रधानमंत्री जी बहाने बनाना बंद करें। हम सबको बोलने का समय दीजिए। प्रधानमंत्री डरे हुए हैं, कभी सभा में जाते हैं, कभी पॉप कॉन्सर्ट में जाते हैं लेकिन संसद नहीं आते। पहली बार संसद के इतिहास में सरकार ही चर्चा को रोक रही है।
प्रेस कांफ्रेंस के बाद राहुल सीधे जंतर-मंतर पहुंचे और यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। राहुल ने यहां भी दोहराया कि पीएम घबराए हुए हैं और मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं। उन्होंने नोटबंदी को लेकर भी सरकार को घेरा।

वहीं बीजेपी ने राहुल गांधी पर पलटवार करने में देर नहीं लगाई। बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल को जवाब दिया। जावड़ेकर ने कहा, इनको दर्द हो रहा है क्योंकि कालाधन पर चोट हुई। सत्ता में रहते हैं तब भी भ्रष्टाचार करते हैं, सत्ता में नहीं रहते तब भी भ्रष्टाचार करते हैं। तहखाने में कालाधन एक्सचेंज करने का सेंटर खोल रखा है। कांग्रेस, सपा और जो भी दल बेनकाब हुए वो माफी मांगें। वो कह रहे हैं कि बोलूंगा तो भूकंप आएगा, हम बोल रहे हैं कि बोलो, बोलोगे तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।

उन्होंने कहा, हम देश बदलने में लगे हैं और ये लोग नोट बदलने में लगे हैं। हम तो बोलते हैं राहुल गांधी बोलो, आपके बोलने में हमें फायदा होता है। चोर मचाए शोर, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। कौन से पॉप कन्सर्ट में पीएम गए? 50-50 दिन के लिए आप गायब होते हैं राहुल गांधी। वेल में आकर नारे लगाने लगते हैं, खड़गे की जगह राहुल बोलते, हम तो सुनने के लिए बैठे थे। लोकतंत्र की अवमानना कांग्रेस ने की है। ये लोग आज भी इमरजेंसी की मानसिकता में हैं। आजादी के समय की कांग्रेस अलग थी ये कांग्रेस अलग है। वो गांधी अलग थे, ये गांधी अलग हैं।