सुलतानपुर। कुपोषित बच्चो के स्वास्थ सुधार के लिये सरकार द्वारा चलायी जा रही हौसला पोषण योजना, नोट बंदी के चलते कुपोषण की गिरफ्त मे आ चुकी है। बडौदा पूर्वी ग्रामीण बैको मे योजना के तहत सरकार द्वारा भेजी गई धनराशि को विड्राल कराने को लेकर आंगनबाडी कार्यकत्री जहा परेशान है वही बैको ने पैसे की कमी बताकर हाथ खडे कर दिये है।

नोटबंदी के बाद बैकों मे कैश की कमी के चलते जंहा आम आदमी की दिक्कते बढ़ी हुई है वही इसका असर कुपोषित बच्चो के स्वास्थ सुधार के लिये चलायी जा रही सरकार की हौसला पोषण योजना पर भी पडा नजर आ रहा है। योजना के तहत प्रधान और कार्यकत्री के सह खाते मे भोजन व्यवस्था के तहत भेजी गयी धनराशि के विड्राल लिये काफी संख्या मंे कार्यकत्री स्थानीय बडौदा पूर्वी ग्रामीण बैक शाखाओ का चक्कर लगाने के लिये मजबूर है। लेकिन बैंक कैश न होने की बात कह कर पल्ला झाड ले रहा है। कुछ कार्यकत्रियो का नाम न छापने की शर्त पर यह भी कहना है कि पैंसा उपलब्ध होने के बावजूद बैक कर्मी पैंसा देने मे आना-कानी करते है और कहते है कि पहले ग्राहको को निपटायेगे बाद मे तुम्हारा बवाल देखेगे। किसी तरह विड्राल स्लिप मिल भी जाती है तो सह खाते दार प्रधान तुरंत दस्खत करने के लिये बैक नही पहुंच पाते है तब तक बैक मे कैश खत्म हो की बात कर बैक अपना पल्ला झाड लेता है। बताते चले कि विभिन्न सरकारी योजनाओ के तहत अधिकांश खाते ग्रामीण बैक मे खोले गये है। बैककर्मियो का कार्य व्यवहार अर्धसरकारी कर्मचारियो और संविदा कर्मियो के साथ रूखा रहता है क्योकि खास कर ग्रामीण बैक शाखाओ पर बंैक दलालो का बोलबाला कायम है जिन्हे दलाली की रकम ऐसे कर्मचारियो से नही मिल पाती है जो किसी भी तरह से बैक स्टाफ को गंवारा नही लगती है और वह ऐसे ग्राहको से रूखा व्यवहार करना आम बात हो चली है।

नोटबंदी को लेकर स्थिति बेकाबू होती चली जा रही है। बैंक आफॅ बड़ौदा अलीगंज की शाखा में कैश नही मिलने से नाराज उपभोक्ताओं ने लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग घंटो बाधित रखा। कोईरीपुर में स्थित ग्रामीण बैंक की शाखा पर कैश नही मिलने से आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने ताला जड़ दिया। इसके अलावा जिले में लोगो में आक्रोश व्याप्त है।