नयी दिल्ली: आभूषण विक्रेताओं की घरेलू मांग में कमी और विदेशों में कमजोरी के रूख को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बीते सप्ताह भी सोने में गिरावट जारी रही तथा सोने की कीमत 29,000 रुपये के स्तर से नीचे 10 माह के निम्न स्तर 28,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई।

कालेधन पर अंकुश लगाने के सरकार के प्रयासों के तहत बीते 8 नवंबर को कुछ बड़े नोटों का चलन रोकने के बाद बाजार में मौजूदा नकदी संकट के बीच घरेलू हाजिर बाजार में आभूषण विक्रेताओं की मांग में गिरावट देखी गई। हालांकि उतार चढ़ाव भरे कारोबार में चांदी की कीमत तेजी दर्शाती 41,250 रुपये प्रति किलो पर बंद होने में सफल रही।

सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि करने की तैयारियों के बीच शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी आई और इससे बहुमूल्य धातुओं की मांग प्रभावित हुई जिसके कारण वैश्विक बाजार में सोना फरवरी के बाद के निम्नतम स्तर को छू गया। इस वैश्विक गिरावट के अनुरूप स्थानीय कारोबारी धारणा में मंदी का रूख रहा। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना सप्ताहांत में गिरावट दर्शाता 1,159.60 डॉलर प्रति औंस तथा चांदी गिरावट के साथ 16.82 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई।

इनके अलावा कालेधन पर अंकुश लगाने के प्रयासों के तहत सरकार द्वारा 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने के बाद बाजार में मौजूदा नकदी की समस्या के कारण आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की मांग घटने से भी सोने की कीमतें प्रभावित हुईं। राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत की 29,050 रुपये और 28,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कमजोर शुरुआत हुई और सप्ताहांत में ये कीमतें 800.800 रुपये की गिरावट प्रदर्शित करतीं 10 माह के निम्न स्तर क्रमश: 28,450 रुपये और 28,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुईं।

गिन्नी के भाव भी 200 रुपये की गिरावट के साथ 24,200 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बंद हुए। लिवाली और बिकवाली के बीच उतार चढ़ाव से भरे कारोबार में चांदी तैयार की कीमत 250 रुपये की तेजी के साथ सप्ताहांत में 41,250 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई जबकि चांदी साप्ताहिक डिलीवरी की कीमत 895 रुपये की तेजी के साथ 41,220 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई। दूसरी ओर चांदी सिक्कों के भाव 2,000 रुपये की गिरावट के साथ लिवाल 72,000 रुपये और बिकवाल 73,000 रुपये प्रति सैंकड़ा पर बंद हुए।