लखनऊ: दिसम्बर महीने के पहले ही हफ्ते से कहर बरपा रही सर्दी अब लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। बीते 24 घंटे में बर्फीली हवाओंने यूपी में 16 लोगों की जान ले ली। सर्वाधिक 10 मौतें अकेले कानपुर मंडल में हुई हैं। इसके अलावा बरेली में एक, रायबरेली व इलाहाबाद में 2-2 व अंबेडकरनगर में एक की जान चली गई।

लखनऊ में गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री नीचे चला गया। दोपहर बाद धूप निकली लेकिन गलन से राहत नहीं मिल सकी। रात में न्यूनतम तामपान 9.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जोकि सामान्य से एक डिग्री अधिक था। बुधवार के मुकाबले गुरुवार ज्यादा ठंडा रहा।

मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं है। ठंड के साथ-साथ कोहरा भी कहर बरपा रहा है। कोहरे के कारण सड़क हादसे बढ़े हैं। गुरुवार को अलग-अलग हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई। ट्रेन और विमान यातायात पर भी कोहरे का खासा असर पड़ा है। 70 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं।

कोहरे का कहर अवध क्षेत्र के जिलों में भी जारी है। बलरामपुर, श्रावस्ती, गोण्डा, सुलतानपुर, बहराइच से लेकर अम्बेडकरनगर तक धुंध और गलन से लोग परेशान हैं। बाराबंकी में ठंड से एक की मौत हो गई। वहीं मिर्जापुर-सोनभद्र मार्ग पर बेला जंगल में बुधवार रात घने कोहरे के कारण तीन ट्रकों की टक्कर में दो चालकों अतीक व विजयकुमार व एक खलासी धर्मेंद्र की मौत हो गयी, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। कोहरे का फसलों पर भी प्रभाव पड़ रहा है

बहराइच के तराई क्षेत्र में पारा छह डिग्री तक पहुंच गया। बलरामपुर और श्रावस्ती में धूप न खिलने से लोग बेहाल हैं। अम्बेकरनगर में गुरुवार को भी धूप नहीं निकली। इससे दिन में भी बाजारों में सन्नाटा रहा। कोहरे के कारण तमाम ट्रेनें भी लेट चल रही हैं। बाराबंकी जिले के मसौली क्षेत्र में घने कोहरे से दो ट्रक टकरा गए। हादसे में दो की हालत गंभीर है। अमेठी में परीक्षा शुरू होने से छात्रों को ज्यादा परेशानी हो रही है।

रायबरेली सहित कई जिलों में 24 घंटे में करीब तीन डिग्री पारा गिर गया। कोहरे से सब्जियों व लाही व मटर जैसी फसलें प्रभावित हो रही हैं। सबसे ज्यादा असर आलू और टमाटर की फसल पर पड़ रहा है। पत्तियों के झुलसने से पैदावार पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।