लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के साइंटिफिक कंवेंशन सेंटर में इण्डियन सोसाइटी आफ डेन्टल रिसर्च के 29वीं कांफ्रेंस के उद्घाटन समारोह में कहा कि मानव स्वास्थ्य में दांत का विशेष महत्व है। तंबाकू, गुटका और सिगरेट आदि स्वास्थ्य के साथ-साथ दांतों के लिए भी हानिकारक हैं। तंबाकू जनित उत्पाद से मुख के कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। आज भी कैंसर का इलाज महंगा है। लोगों को स्वस्थ दांतों की जानकारी देने से बहुत से रोगों से बचा जा सकता है। राज्यपाल ने शोध पर जोर देते हुये कहा कि दंत चिकित्सा के क्षेत्र में गंभीर शोध की आवश्यकता है। शोध से समाज को लाभ होता है। उन्होंने कहा कि लोगों की पीड़ा कैसे कम हो, दंत चिकित्सकों को इस पर विचार करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि भारत में बबूल और नीम का प्रयोग दांतों के स्वास्थ्य के लिए किया जाता था। बबूल और नीम के वैज्ञानिक तथ्य पर और अधिक शोध करने की जरूरत है। दंत विज्ञान के नये आविष्कारों से खराब दांतों को भी सुधारा जा सकता है। डेंटल के छात्रों को दांतों के इलाज की नयी पद्धति और नये अनुसंधान की जानकारी देने हेतु उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता है। शोध एवं निरन्तर अभ्यास से कार्य में निपुणता आती है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में दांतों पर आयोजित कार्यशालाओं और संगोष्ठियों का महत्व और भी बढ़ जाता है।
श्री नाईक ने विदेश एवं देश के अन्य हिस्सों से आये प्रतिभागियों का अभिनन्दन करते हुये कहा कि लखनऊ अपनी मेजबानी के लिये विश्व विख्यात है। यहाँ कि ऐतिहासिक ईमारतें जैसे इमामबाड़ा, भूलभुलैया, रेजीडेंसी अपने आप में अद्वितीय हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ के खान-पान और रहन-सहन की भी अपनी विशेषता है, इसलिये प्रतिभागियों को भी लखनऊ शहर की विशेषताओं का लाभ उठाना चाहिए।
कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविकांत, डेन्टल काउंसिल आफ इण्डिया के अध्यक्ष डाॅ0 मजूमदार, इण्डियन सोसाइटी आफ डेन्टल रिसर्च के अध्यक्ष डाॅ0 ओ0पी0 खरबंदा, कांफ्रेंस के अध्यक्ष प्रो0 ए0पी0 टिक्कू तथा सचिव प्रो0 अनिल चन्द्रा सहित बड़ी संख्या में दंत चिकित्सक और विशेषज्ञ भी उपस्थित थे। कांफ्रेंस में अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे।