लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज पुलिस सप्ताह के अवसर पर लखनऊ पुलिस लाईन में आयोजित वार्षिक रैतिक परेड का निरीक्षण किया। परेड का नेतृत्व लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती मंजिल सैनी ने किया। परेड में पुलिस की 18 टुकडियाँ शामिल थी, जिनमें पी0ए0सी0, कमाण्डो, महिला पुलिस, यातायात पुलिस, अश्वरोही दल आदि सम्मिलित थे। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा मंत्री श्री अहमद हसन, प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पाण्डा, पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे।

राज्यपाल ने इस अवसर पर विजय सिंह मीना पुलिस महानिरीक्षक बरेली जोन बरेली, श्री विन्द कुमार निरीक्षक नागरिक पुलिस गाजीपुर, श्री शशिभूषण राय निरीक्षक नागरिक पुलिस जौनपुर, श्री अशोक कुमार सिंह हेड कांस्टेबल वाणिज्यकर विभाग गोरखपुर, श्री राहुल श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय पुलिस महानिदशेक उत्तर प्रदेश, श्री वशिष्ठ सिंह यादव सेवानिवृत्त निरीक्षक एवं श्री एस0के0 एस0 प्रताप पुलिस उपाधीक्षक मुजफ्फरनगर को वीरता के लिये पुलिस पदक एवं श्री विजय कुमार मौर्या अपर पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश, श्री संजय सिंघल पुलिस महानिदेशक के सहायक, श्री विनोद कुमार यादव सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक तथा श्री हरिओम शर्मा सेवानिवृत्त एसआईएम आगरा परिक्षेत्र को विशिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक प्रदान किया गया।

श्री नाईक ने कर्तव्य पालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के वीर शहीदों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये कहा कि वे बलिदानियों के परिवार एवं आश्रित को यह विश्वास दिलाते हैं कि ऐसे परिवारों की देखभाल करने के लिए सरकार कृत संकल्प है। उन्होंने पुलिस प्रशासन को प्रदेश के प्रमुख त्यौहारों, महत्वपूर्ण मेलों एवं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा अन्य विदेशी महानुभावों के प्रदेश भ्रमण को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिये बधाई दी तथा प्रशंसा की।

राज्यपाल ने कहा कि अगले वर्ष प्रदेश में विधान सभा के चुनाव होने हैं। शांतिपूर्ण मतदान में पुलिस की विशिष्ट भूमिका होती है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा नयी चुनौतियों का सामना करने के लिये आवश्यक आधुनिक उपकरणों एवं तकनीक के उपयोग किये जाने पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग से संचालित की जा रही कई सरकारी योजनाओं की सराहना करते हुये कहा कि मीडिया पुलिस के अच्छे कार्यों को निष्पक्ष भाव से प्रस्तुत करें।
राज्यपाल ने कहा कि समाज में शांति व्यवस्था बनाये रखने का दायित्व पुलिस पर है। पुलिस की बेहतर छवि का लाभ समाज को होगा। पुलिस के कार्य में जनता का सहयोग जरूरी है। जनता और पुलिस के बीच सम्पर्क बना रहना चाहिये, इससे पुलिस की छवि बेहतर बनेगी और पुलिस को मन से अपना मित्र और संरक्षक समझेंगे। थानों में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि आम आदमी को पुलिस तक अपना दर्द लेकर पहुँचने में कोई भय या कठिनाई न हो। महिलाओं से जुडे़ अपराधों की रोकथाम पर अपेक्षाकृत अधिक संवेदनशील होकर कार्य करें। फरियादी को यह विश्वास दिलायें कि उसके दर्द को सुनकर निष्पक्षता से कानूनी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सम्प्रदायिक तत्वों, संगठित अपराधियों और माफिया तंत्र पर पुलिस दृढ़ संकल्प के साथ अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सक्रिय रहे।

श्री नाईक ने कहा कि पुलिस का काम निःसंदेह अधिक जटिल और जोखिम भरा होता है। उत्तर प्रदेश जनसंख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। विश्व में चीन, ब्राजील, इण्डोनेशिया और अमेरिका के बाद जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश पांचवे स्थान पर है। प्रदेश में नगरीय एवं ग्रामीण अंचलों के नागरिकों को जनसुरक्षा सेवायें प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कानून एवं व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ बनाने के दृष्टिगत प्रदेश में फुट पेट्रोलिंग अभियान की व्यवस्था पर सुझाव दिया कि इसका निरंतर अध्ययन एवं अनुश्रवण किया जाना चाहिए।

श्री नाईक ने कहा कि वे तीसरी बार पुलिस वार्षिक रैतिक परेड का निरीक्षण कर रहे हैं। लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा परेड का नेतृत्व करना इस वर्ष की विशेषता है। महिलायें हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। आज के युग में महिलायें हवाई जहाज, टेªन एवं मेट्रो टेªन का संचालन कर रही हैं तथा सेना में भी बराबर से सहयोग कर रही हैं। उन्होंने परेड के शानदार प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुये कहा कि महिला सशक्तिकरण के दौर में महिला बैण्ड पर भी विचार करने की जरूरत है।