इंस्टेंट खबर ब्यूरो
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आज राजभवन में मशहूर उद्योगपति रतन टाटा ने शिष्टाचारिक भेंट की। उन्होंने रतन टाटा से कहा कि उत्तर प्रदेश 21 करोड़ की आबादी वाला जनसंख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। विश्व में चीन, ब्राजील, इण्डोनेशिया और अमेरिका के बाद जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश पांचवे स्थान पर है। प्रदेश में विकास की असीम संभावनाएं हैं। प्रदेशवासियों में कार्य संस्कृति निर्माण करने के लिए उद्योग धंधे आवश्यक हैं। उत्तर प्रदेश के लोग काफी मेहनती हैं जो दूसरे प्रदेशों में भी विकास में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में प्रदेश के इतने बडे़ मानव संसाधन को उपयोग करने के लिए यदि उनके पास कोई सुझाव हो तो अवश्य अवगत करायें।

श्री नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कृषि योग्य भूमि काफी उपजाऊ है और अनेक नदियों के कारण सिंचाई व्यवस्था की भी कमी नहीं है। बिजली के क्षेत्र में भी व्यापक सुधार हो रहा है। प्रदेश में 26 राज्य विश्वविद्यालय है, 5 केन्द्रीय विश्वविद्यालय हैं तथा 25 निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालय है। उच्च शिक्षा प्राप्त नवयुवकों को उद्यमी बनाने के व्यापक संसाधन भी उपलब्ध हैं। युवकों में कौशल विकास एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण से उद्योग को भी लाभ हो सकता है। सही दिशा निर्देश से प्रदेश का युवा शिक्षित वर्ग देश के लिए पूंजी की तरह विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अपनी युवा शक्ति को दिशा-निर्देश देकर कैसे देश के लिए उपयोगी बनाया जाये, देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों को विचार करना चाहिए।

राज्यपाल ने रतन टाटा को उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि हेतुु कारपोरेट सोशल रिस्पाॅन्सिबिलिटी के अंतर्गत सहयोग करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि के कार्पस फण्ड पर प्राप्त ब्याज द्वारा पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को शैक्षिक सहायता प्रदान करने, उनकी पुत्रियों के विवाह एवं अन्य कार्यों हेतु सहायता प्रदान की जाती है। रतन टाटा ने उनके सुझाव पर विचार करने की बात कही।

राज्यपाल ने इस अवसर पर रतन टाटा को अपनी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ के हिंदी एवं अंग्रेजी संस्करण की प्रति तथा बर्डस आफ राजभवन की प्रति भी भेंट की