नई दिल्ली। नोटबंदी को आज पूरे एक महीने पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन ठीक एक महीना पहले 8 नवंबर को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था। एक महीना बीतने के बाद भी देश अब तक पहले जैसा नहीं हो पाया है। 30 दिन बाद भी ना ही तो एटीएम से कतार घटी हैं और बैंकों में घने कोहरे और कंपकंपाती सर्दी के बावजूद लोग कैश के लिए सुबह से बैंक और एटीएम के बाहर कतार में खड़े दिख जाते हैं।

वहीं, नोटबंदी के हफ्ते भर बाद संसद का सत्र भी शुरू हो गया लेकिन संसद आज तक चली नहीं। सरकार के खिलाफ विपक्ष का हमलावर रूख आज भी बरकरार है। नोटबंदी के एक महीना पूरा होने के विरोध में आज विपक्ष संसद परिसर में काला दिवस मनाएगा। विपक्ष ने फैसला किया है कि संसद भवन में गांधी मूर्ति के बाहर ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

एक महीने पहले आज ही के दिन रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संदेश जारी करते हुए ऐलान कर दिया था कि पांच सौ और एक हजार के पुराने नोट अब नहीं चलेंगे। एक महीना बीतते-बीतते पुराने नोट चलाने की छूट देने वाले हर राहत केंद्र ने राहत देनी बंद कर दी है। पेट्रोल पंप से लेकर अस्पतालों तक और रेल से लेकर हवाई जहाज के टिकट काउंटर तक पर पुराने नोट चलने बंद हो गए हैं।
लेकिन, नए नोट के लिए बैंक और एटीएम के बाहर कतार कम नहीं हुई। लेकिन प्रधानमंत्री के 50 दिन वायदे की मियाद तो एक महीना बीतने के बाद भी 20 दिन बाकी हैं। आम आदमी के पास मोहलत देने के अलावा कोई विकल्प भी नहीं है।