अधिकारियों की ईमानदारी पर खडे़ हो रहे सवाल

सुलतानपुर। काफी सख्ती के बावजूद भी डग्गामार वाहन धड़ल्ले से फर्राटे भर रहे है। इसके पीछे वर्दीधारियों की डग्गामार वाहनों से वसूली की वजह बतायी जा रही है। दावा किया जा रहा है कि हर महीने लाखों रूपये वाहनों से वसूले जाते है।

जानकारी के अनुसार नगर से विभिन्न स्थानों के लिए करीब पांच सौ डग्गामार वाहन संचालित होते है। शहर के बस स्टाप से कादीपुर, दोस्तपुर, कुडे़भार, फैजाबाद के लिए डग्गामार वाहन सवारिया भरकर जाते है। सब्जीमंडी और माल गोदाम रोड से लखनऊ और अमेठी को जाने वाले डग्गामार वाहन खड़े किये जाते है। कामोबेस लम्भुआ, प्रतापगढ जाने के लिए भी लोगो को तिकोनिया पार्क और डाकखाना चैराहे के समीप से डग्गामार वाहन मिलते है। इन पर अंकुश लगाने के लिए यातायात सप्ताह के दौरान कार्यवाही की गई। बावजूद इसके डग्गामार वाहन धड़ल्ले से चल रहे है। सूत्रों के मुताबिक करीब पांच सौ डग्गामार वाहन जिले से चलते है। इनसे हर महीने मोटी रकम वसूली जाती है। माहवारी नही देने पर इनका चालान कर दिया जाता है। नाम न छापने की शर्त पर एक डग्गामार वाहन चालक ने बताया कि महीना पूरा होने पर यदि पेशगी देने में लेट-लतीफी की जाती है तो उनके गाड़ी का चालान तय है। तमाम समाज सेवियो ने डग्गामार वाहनों पर कार्यवाही की मांग किया है।