जानलेवा हमले के पीछे साल भर पहले हुई हत्या का कयास

सुलतानपुर। बाराबंकी में तैनात सिपाही पर सरेआम बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलिया चलायी। घायल सिपाही ने जवाबी फायरिंग किया तो हमलावर भाग निकले। घायल को जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने लखनऊ रेफर कर दिया है। वारदात की वजह पिछले साल हुई एक हत्या के मामले को जोड़कर देखा जा रहा है। सरेआम हुई ताबड़तोड़ फायरिंग से दहशत का माहौल है।

शहर के विवेक नगर मोहल्ला निवासी अजय सिंह बाराबंकी जिले में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। रविवार की सुबह वह घर से निकले थे, थोड़ी ही दूरी पर वह मोहल्ले के हनुमान ंिसंह से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच बाइक सवार बदमाश वहां पहुंचे और अजय ंिसंह पर ताबड़तोड़ गोलिया बरसानी शुरू कर
दी। सीने के ऊपर गोली लगने से वह घायल हो गये। जवाबी फायरिंग करने पर बदमाश भाग निकले। घायल अवस्था में अजय को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां पर हालत नाजुक होते देख चिकित्सकों ने उन्हे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।

सिपाही अजय पर हमले के पीछे पिछले साल हुई करौदिया मोहल्ले के अंशुल मिश्रा की हत्या का कयास लगाया जा रहा है। जमीन पर कब्जे को लेकर 17 मई
2015 को महिला थाने के समीप दिन में 11 बजे अंशुल को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। इसके पहले भी भूखंड के विवाद में मारपीट हुई थी। हत्या मामले में सिपाही अजय सिंह, विपिन सिंह, सुरेश पासी आदि गिरफतार कर जेल भेजे गये थे। अंशुल का बड़ा भाई तोषू कुछ दिन पहले जेल से छूटकर बाहर आया था। चर्चा है कि भाई का बदला लेने के लिए यह जानलेवा हमला किया गया है।

  • इन दिनों जिले में शार्प शूटरों की बाढ़ सी आ गयी है। जो पुलिस विभाग के लिए खतरा बने हुए है। 28 अक्टूबर को शार्प शूटरों ने अधिवक्ता विजय प्रताप सिंह को दिन दहाड़े गोलियों से भून डाला था। रविवार को शार्प शूटरों ने सिपाही अजय सिंह पर ताबड़तोड़ गोलिया चलायी।*

सिपाही अजय पर हुए जानलेवा हमले के बावत नगर कोतवाल आजाद केसरी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि इस बारे मे उन्हे कोई जानकारी नही है। जानकारी लेना है तो अजय के घर वालो से बात करिये।

एडीजी ला एंड आर्डर ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। पुलिस टीम घटना से सम्बंधित जानकारी जुटाने में लगी हुई है। सिपाही अजय सिंह का भी
आपराधिक इतिहास है। दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।