आरबीएल बैंक, भारत के एक तेजी से बढ़ते शेड्यूल्ड कॉमर्शियल बैंक, ने आज घोषणा की है कि यह माइक्रो फाइनेंस ऋण वितरण के लिए आधार पेमेंट ब्रिज सिस्टम (एपीबीएस) लॉन्च करने वाला भारत का पहला बैंक बन गया है। देशभर में ग्रामीण वर्ग में कई लाभार्थियों के लिए पहले सफलतम नगदविहीन वितरण को अंजाम देकर इसे हासिल किया गया है।

माइक्रो-फाइनेंस वितरण के लिए एपीबीएस का इस्तेमाल करने से बैंक को ऐसे क्षेत्र में नगदविहीन ऋण वितरण करने की दिशा में तेजी लाने में मदद मिलेगी, जहां मुख्य रूप से हाजिद नगदी का दबदबा रहता है। आरबीएल बैंक ने इस अनूठे यूज केस के लिए एपीबीएस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने का यह आइडिया परिकल्पित किया है, जोकि आगे चलकर एक ट्रेंडसेटर बनेगा।

एपीबीएस सिस्टम एमएफआइ को आरबीएल बैंक के जरिये आधार इनैबल्ड बैंक खातों में सीधे ऋण राशि वितरित करने में सक्षम बनाता है। एपीबीएस को एनपीसीआइ ने विकसित किया है और यह मुख्य रूप से सरकारी सब्सिडीज अथवा डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) को सरकारी स्कीम का लाभ उठा रहे विभिन्न लाभार्थियों को प्रोसेस करेगा।

ए.पी. होता, एमडी एवं सीईओ, एनपीसीआइ ने नवाचार के लिए आरबीएल बैंक को बधाईयां देते हुये कहा, ‘‘आधार के माध्यम से ऋण वितरण करना आधार का मौलिक इस्तेमाल करना है। इससे सुनिश्चित होगा कि लाभार्थी फील्ड में आधार आथिंटिकेशन के साथ राशि निकाल सकेगा।‘‘

राजीव आहूजा, प्रमुख-रणनीति, आरबीएल बैंक ने कहा, ‘‘आरबीएल बैंक ने हमेशा माइक्रो लेंडिंग क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी समाधान लाने में सबसे आगे रहने का प्रयास किया है। सूक्ष्म ऋण वितरित करने के लिए सरकार के मौजूदा मंच का इस्तेमाल करने का आइडिया ग्रामीण वर्ग में नगदविहीन समाज की ओर आगे बढ़ने की दिशा में बहुत बड़ा कदम है। मुझे भरोसा है कि कई दूसरे बैंकों एवं एमएफआइ द्वारा भी इस मॉडल का अनुसरण किया जायेगा।‘‘