लखनऊ। नोटबंदी को लेकर बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। मायावती ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार का पुराने नोट बंद करने का अचानक लिया गया ये फैसला सिर्फ चुनाव को ध्यान में रखकर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पीएम को बस पांच राज्यों में होने वाले चुनाव की फिक्र थी न कि देश के नागरिकों की।

लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि बीते ढाई साल में बीजेपी शासित केंद्र सरकार लोगों को किया एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई। इसी के डर के चलते पीएम ने नोटबंदी का ये फैसला लिया। मायावती ने कहा कि बीएसी कालेधन के खिलाफ है लेकिन, 90 प्रतिशत लोगों को अगर सरकार तानाशाही रवैये से परेशान करती है, तो हम सरकार के विरोध में हैं। बसपा सुप्रीमो ने फैसले के नियमों में लगातार हो रहे बदलावों पर भी मोदी सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर रोज अपने ही नियम बदल रही है। उनका कहना था कि अगर कालेधन को सफेद करने के लिए सरकार को छूट ही देनी थी, तो नोटबंदी कर परेशानी क्यों पैदा की। मायावती ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वो पैसों के वितरण में भी भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार गैर बीजेपी शासित प्रदेशों में पूरा कैश मुहैया नहीं करवा रही है।

गौरतलब है कि मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के 25 दिन बाद भी विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है। पिछले महीने की आठ तारीख को पीएम मोदी ने देश में पुराने 500 और एक हजार के नोट बंद करने का ऐलान किया था। इस फैसले के एक महीने बाद भी कई जगहों पर लोग एटीएम और बैकों में लाइनों में घंटों लगे हुए हैं।