आसिफ मिर्जा

सुलतानपुर। वाकई में इसौली के बाहुबली यश भद्र सिंह मोनू की तूती बोलती है। न कोई पद है और न ही सत्ता। फिर भी फरियादियों की लम्बी कतार लगी रहती है। न्याय मिलने की वजह से लोगो का विश्वास भी बढ़ता जा रहा है।

स्व. इन्द्रभद्र सिंह इसौली से कई बार विधायक रह चुके है। हत्या के बाद बड़े बेटे चंद्रभद्र सिंह सोनू ने पिता की बागडोर सभाली। इसी सीट से सोनू भी विधायक रह चुके है। सोनू के छोटे भाई का भी दबदबा है। कई बार ब्लाक प्रमुख रह चुके है। वर्ष 2012 के चुनाव में इसौली सीट से चुनाव भी लड़ा। जिन्हे रिकार्ड मत मिले। हालाकि जीत का सेहरा इनके सिर पर नही बंधा। इन सब के बावजूद जनता से इनकी दूरी कम नही हुई। हर रोज इनके यहां लम्बी पंचायत होती है। समूचे विधानसभा से सैकड़ो की संख्या में फरियादी आते है। हर तरह की समस्याओं का निस्तारण इनके द्वारा किया जाता है। लोगो का कहना है कि मोनू सिंह गरीबो के मसीहा है। मोनू सिंह ने बताया कि उनका लक्ष्य है कि आम जनता की सेवा की जाय। हर आदमी को न्याय मिलना चाहिए। इसके लिए वह हर रोज चैपाल लगाते है।

इसौली के बाहुबली यशभद्र सिंह मोनू के यहां भले ही गरीबों की सुनवाई हर रोज होती हो, लेकिन कई माननीय ऐसे भी है जो जनता से दूरी बना लिए है। यही वजह है कि जनता ने भी आने वाले चुनाव में सबक सिखाने का मन बना लिया है।