लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री झूठ बोलकर उत्तर प्रदेश के किसानों को बरगला रहे हैं। किसान उनके प्रलोभन भरे झूठ को बखूबी समझ रहे हैं।

श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज उत्तर प्रदेश में आकर कहा कि 2014 में प्रदेश के गन्ना किसानों का 22 हजार करोड़ बकाया था जिसमें से अब कुछ ही करोड़ बकाया रह गया है और ज्यादातर किसानों का पैसा उनके खातों में डलवा दिया है। जबकि सच्चाई यह है कि अधिसंख्यक किसानों के खातों में पैसा आया ही नहीं है। प्रधानमंत्री को यह भी बताना चाहिए कि उत्तर प्रदेश के किस किसान के खाते में उन्होंने पैसा भिजवाया है। प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं और अपने पद की गरिमा का अपमान कर रहे हैं।

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नाबार्ड के माध्यम से 22 हजार करोड़ रुपये पूरे देश को देने की घोषणा की थी लेकिन वह पैसा भी अभी तक राज्य सरकार के खाते में नहीं आया है। अभी तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि उत्तर प्रदेश के खाते में कितना पैसा आयेगा। इस पर भी उन्होंने जिला सहकारी बैंकों पर लेनदेन की रोक लगा रखी है। मैं पूछता हूं कि जब किसान अपना ऋण ही चुकता नहीं कर सकेगा तो दोबारा उसे फसल के लिए ऋण कैसे मिलेगा। श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि इस समय कृषि उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है जिसका असर आने वाले समय में दिखाई देगा।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के मंत्री भी प्रदेश में आकर लम्बे-लम्बे भाषण दे रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं है। केन्द्रीय मंत्री कह रहे हैं कि हम भारत को कैशलेस बना रहे हैं लेकिन सवाल यह है कि गांवों में अभी जहां जनता शिक्षित नहीं है, फोन, इंटरनेट जैसी सुविधाएं नहीं है, राष्टीयकृत बैंक नहीं हैं, उस स्थिति में गांव का आदमी क्रेडिट कार्ड और मोबाइल बैंकिंग का प्रयोग कैसे करेगा। गांव का किसान अपना पैसा सहकारी बैंकों में जमा करता है और उसी की मार्फत अपना लेनदेन करता है, उस पर केन्द्र की भाजपा सरकार ने रोक लगा रखी है। फिर किसान किस प्रकार बैंकिंग सेवा का उपयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री केवल झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करते हैं और अपना काम निकलने यानी चुनाव जीतने के बाद अपनी कही गयी बातों को जुमला करार दे देते हैं। अब जनता इनको पहचान चुकी है और इनके बहकावे में आने वाली नहीं है।

श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री को चुनाव के समय ही पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखण्ड की याद आती है। चुनाव के बाद प्रधानमंत्री जनता से किये गये सभी वादे भूल जाते हैं और फिर उन्हें जुमला बता देते हैं। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री को ढाई साल बाद अब पूर्वांचल की याद आ रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री ने बनारस को क्योटो बनाने का वादा किया था, जबकि बनारस में इसका रोडमैप भी तैयार नहीं किया गया। ये सब इनके जुमले हैं जो चुनाव में ही याद आते हैं। प्रधानमंत्री जिन 70 सालों की बातें कर रहे हैं, वो यह भूल गये कि उन सालों में केंद्र में उनकी पार्टी बीजेपी की भी सरकार थी।

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि दूसरी पार्टी से निष्कासित लोगों के दम पर बीजेपी यूपी में चुनाव लड़ना चाहती है, उनको ये पता नहीं है कि हम पिछली बार पूर्ण बहुमत से आये थे और इस बार भी पूर्ण बहुमत की ही सरकार बनाएंगे। प्रधानमंत्री को शायद यह पता नहीं है कि दगे हुए कारतूस दोबारा नहीं चलते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों से विज्ञापन पढ़ने को कह रहे हैं उनको शायद ये पता नहीं है कि हमारे किसान भाई विज्ञापन पर नहीं अपनेपन पर साथ देते हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री जिस किसान बीमा योजना की बात कर रहे हैं अगर जमीनी स्तर पर इस पर कुछ काम हुआ होता तो हमारे किसान भाइयों को आत्महत्या नहीं करनी पड़ती। उन्होंने कहा कि जिस गुजरात मॉडल को दिखाकर प्रधानमंत्री सत्ता में आये, वहीं पर गरीबों और दलितों के साथ धोखा