सुलतानपुर। बीते दिनों जनपद में भाजपा की परिवर्तन रैली में 2017 के विधानसभा टिकतार्थियों ने केन्द्रीय मंत्री नीतिन गड़करी को वाहनों व भीड़ के जरिये काले धन का दम जमकर दिखाया।

गौरतलब हो कि मोदी ने 8 नवम्बर से 1000 व 500 की नोट बन्द कर आमजनता को पच्चास दिनों के लिए एटीएम पर लाईन में लगवा दिया। जिसमें महिलाएं, बुजुर्ग, विकलांग तक अपने ही धन को निकालने के लिए सुबह से शाम तक लाईन लगाये देखे गये और तो और अस्पतालों में अपने मरीजों के ईलाज के लिए लोग 1000 और 500 की नोट लेकर दवा के लिए मारे-मारे फिर रहे है। मगर सबसे ईमानदार और संस्कारवान पार्टी कहीं जाने वाली पार्टी भाजपा के टिकतार्थी सैकड़ों की संख्या में चार पहिया व हजारो की संख्या में दो पहिया वाहन लिये अपने नेता को चुनाव में खर्च करने के लिए कालेधन का दम दिखाने के लिए परिवर्तन रैली में पहुॅचे। एटीएम पर लाईन लगाये लोग मोदी के नोट बन्दी वाले फरमान पर प्रश्नचिन्ह लगाने लगे। ये सोचा जा सकता है कि आज जहां भारत की आम व मध्यम वर्गीय जनता मोदी के तुगलकी फरमान के चलते परिवार चलाने में व अपने बीमार परिजन की जान बचाने में अपने को असहाय महसूस कर रही है वहीं भाजपा के नेता व कार्यकर्ता बड़े-बड़े समाचार पत्रों में लाखों के विज्ञापन छपवा रहें है, और मोदी के भ्रष्टाचार वाले इस फरमान का गुणगान कर रही है। लेकिन मोदी द्वारा की जा रही भ्रष्टाचार के विरोध में यह नोट बन्दी आमजनता के समझ के बाहर है। जनपद की एक विधानसभा तो वैसी है जहां के नामचीन डाक्टरों की लाईन लगी है और मोदी को अपने आज तक कमाये काले धन के जरिये दम दिखाने की कोशिशे जारी है। क्या मोदी जी ऐसे लोगों को अपनी पार्टी का टिकट देकर जनता की नजरों में नोट बन्दी के कसूरवार नजर नहीं आ रहे है?