पूरे प्रदेश में पांच हजार मकान बाँटने का लक्ष्य

सुल्तानपुर। ‘‘लोटती है विजय चरणां पर, उन्हीं के जो बढ़े हैं। तुच्छ कर सब आपदाएं , धर्म पथ पर जो अड़े हैं ।। विश्व झुकता है उन्हीं के, सामने जो हैं झुकाते । बदलकर बिगड़ी परिस्थिति, हो अभय जय गीत गाते ।। बढ़ सम्भलकर बन उन्हीं सा, प्राप्त कर तू फल अभीप्सित। विजय है तेरी सुनिश्चित, विजय है तेरी सुनिश्चित ।।’’ कवि की यह पंक्तियां नेहरू गांधी परिवार के चश्म ओ चिराग, भारतीय राजनीति के जाज्ज्वल्यमान नक्षत्र हर दिल अजीज सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय नेता वरूण गांधी की अद्भुत संघर्ष क्षमता पर बिलकुल सटीक बैठती है। रूकना है नहीं, झुकना है नहीं, बस चलते ही चलते जाना है की तर्ज पर वरूण गांधी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े निर्धनों-गरीबों की आंखों के आंसू पांछने के लिए, उनका दर्द बॉटने के लिए सचमुच कदम दर कदम आगे ही बढ़ रहे हैं। सम्भवतः यही वजह है कि आज गरीबों के प्रति इसी दरियादिली की सोच ने वरूण गांधी को देश-दुनिया में नायक के रूप में स्थापित कर दिया है। सियासी पंडितों की माने तो अपने विजन एवं निर्धन समाज के प्रति विशाल सोच व उदार चिंतन के आधार पर ही वरूण गांधी भविष्य में न सिर्फ राष्ट्र की कमान संभालेंगे बल्कि राष्ट्र का सफल नेतृत्व भी करेंगे। गौरतलब है कि सबसे कम आयु में पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव, 29 साल की उम्र में निर्वाचित सांसद बनने का गौरव हासिल करने वाले तथा लोकसभा के दोनों (2009-14, 2014-19) कार्यकालों का संसद से मिलने वाले वेतन-भŸां को गरीबों-पीड़ितों के सहातार्थ दान कर सांसद नम्बर वन बन चुके एवं वर्तमान समय में उ0प्र0 में सर्वाधिक चर्चित नेता, सुलतानपुर सांसद वरूण गांधी को भाजपा मिशन 2017 के लिए पार्टी का चेहरा बनायेगी या नहीं। भाजपा वरूण गांधी को उ0प्र0 में मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित कर उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी या नहीं। यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन, गत दिवस वरूण गांधी ने जिले में जिस तरह समाज के निर्धनतम 28 व्यक्तियों को अपने वेतन के धन से निर्मित पीले रंग का आवास/मकान बाँटकर पीली क्रांति का सूत्रपात किया है, उससे वे बेशक पीली क्रांति के प्रणेता बन गये हैं। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े बेसहारा-लाचार व्यक्तियों के दर्द बॉटना, उनके आंसू पोंछना सचमुच कोई वरूण गांधी से सीखे। सुलतानपुर वासियों ने अभी तक गरीबों को साड़ी, कम्बल, खाद्यान्न बाँटते तो देख था लेकिन, शौचालय युक्त मकान बाँटते नहीं देखा था, सो वरूण गांधी ने वह भी दिख दिया। सांसद वरूण गांधी के निकटस्थ लोगों की मानें तो सुलतानपुर जिले में वरूण गांधी अपने वेतन के धन से गरीबों के लिए 73 मकान और बनवायेंगे। जिसके लिए पात्र व्यक्तियों का चिन्हीकरण/सर्वे शुरू हो गया है। गौरतलब है कि जनपद सुलतानपुर के पांच ब्लाकों में स्थित पांच ग्राम खरगूपुर, मल्हीपुर, बेला मोहन, मठिया-बहादुरपुर, सैतापुर सराय में वरूण गांधी के व्यक्तिगत वेतन से गरीबों के लिए शौचालय युक्त जिन 28 मकानों का निर्माण किया गया है वे सभी एक ही रंग पीले रंग के हैं। जिसे आम जनता वरूण गांधी द्वारा पीली क्रांति का शुभारम्भ मान रही है। वरूण गांधी की पीली क्रांति से जनपद सुलतानपुर में अभी 73 और तथा पूरे प्रदेश में 5 हजार अन्य गरीबों को भी ऐसे ही पीले रंग के मकान हासिल होंगें। जानकर सूत्रों के अनुसार वरूण गांधी के वेतन से निर्मित प्रति मकान पर औसत दो लाख रूपये का खर्च आया है। इस प्रकार 28 मकान पर वरूण गांधी ने कुल 56 लाख रूपये खर्च किया। जबकि इसके पूर्व सांसद वरूण गांधी 8 मई 2015 को जिले के पांच पीड़ित परिवारों को अपने वेतन से एक-एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता भी दे चुके हैं। अपने तीस माह के कार्यकाल में वरूण गांधी अपने वेतन से लगभग 61 लाख रूपये सुलतानपुर के गरीबों में बांट चुके हैं। इसी कड़ी में वरूण गांधी अपने व्यक्तिगत प्रयास से समूचे प्रदेश में कर्ज में डूबे 3660 किसानों का कर्ज भी माफ करवा चुके हैं। इस सम्बंध में सांसद वरूण गांधी के कार्यालय प्रभारी/जनसम्पर्क अधिकारी दयाराम अटल ने बताया कि सांसद जी ने अयोध्या से चित्रकूट एंव सुलतानपुर से विंध्याचल धाम जाने वाले श्रद्धालु यात्रियों की सुविधा के लिए सुलतानपुर से सीधी ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए रेल मंत्री को पत्र लिखा है। दयाराम अटल ने बताया कि समाज के अंतिम व्यक्ति के हांठों पर मुस्कान लाना ही सांसद जी के जीवन का सपना है और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए वे बराबर संघर्ष कर रहे हैं। श्री अटल ने कहा कि सांसद कार्यालय में अब तक 12 हजार 3 सौ 95 प्रार्थना पत्रों को पंजीकृत कर सभी शिकायती पत्रों पर सांसद जी के द्वारा कार्यवाही करायी जा चुकी है। सांसद कार्यालय सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है। मीड़िया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी ने बताया कि सांसद वरूण गांधी ने जिले में जितना विकास कार्य किया है वह ऐतिहासिक है। श्री रघुवंशी ने वरूण गांधी के विकास कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।