नई दिल्ली। नोटबंदी पर केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति पर आगे बढ़ते हुए विपक्ष पूरी तरह एकजुट हो गया है। कांग्रेस, टीएमसी, सीपीएम, सीपीआई, आरजेडी, डीएमके, एनसीपी और समाजवादी पार्टी नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। यह प्रदर्शन सुबह 10 बजे गांधी मूर्ति के सामने से शुरू हुआ। संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विपक्षी दलों के नेता ह्यूमन चेन बनाकर नोटबंदी के खिलाफ प्रदर्शन किया।

इससे पहले आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में फिर हंगामा शुरू। आज पीएम मोदी भी लोकसभा पहुंचे। उनकी मौजूदगी में ही विपक्ष ने पीएम के खिलाफ नारेबाज़ी की जिसके कारण लोकसभा 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी ।

संसद में गांधी मूर्ति के नीचे कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं ने शांतिपूर्वक विरोध किया। राहुल गांधी सहित दूसरे दलों के तमाम बड़े नेता नोटबंदी को लेकर इस प्रदर्शन में इकट्ठा हुए। जबकि आम आदमी पार्टी (आप) और ममता की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस प्रदर्शन से दूरी बनाई हुई है। ममता बनर्जी की टीएमसी जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की तैयारी में है। टीएमसी और आप इस मुद्दे पर रोलबैक की मांग कर रही है। कांग्रेस, लेफ्ट और समाजवादी पार्टी की मांग जेपीसी गठन करने की है।

वहीं कांग्रेस आज प्रधानमंत्री निवास के बाहर प्रदर्शन करने की तैयारी में है। कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय से प्रधानमंत्री आवास तक मार्च निकालेंगे। कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री ने अधूरी तैयारी के साथ 500 और एक हजार रुपये के पुराने नोट बंद करने की घोषणा कर दी जिससे देश में आर्थिक अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पैसे के लिए लोगों की जान जा रही है। कांग्रेस ने नोटबंदी में घोटाला का आरोप लगाते हुए इसकी संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की है। कांग्रेस कार्यकर्ता आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय 24 अकबर रोड पर इकट्ठे होंगे, वहां से प्रधानमंत्री निवास के लिए कूच करेंगे। दिल्ली कांग्रेस नोट पर चर्चा विषय को लेकर एक बुकलेट भी जारी करेगी, जिसमें नोटबंदी के गलत तरीके और बिना तैयारी के लागू करने के फैसले के कारण लोगों को हो रही समस्याओं की जानकारी दी जाएगी।