नई दिल्ली: नोटबंदी पर संसद में संग्राम जारी है. राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री हमारी चर्चा सुनें. वहीं माकपा सांसद सीताराम येचुरी ने कहा कि पीएम मोदी चर्चा का जवाब देना चाहिए. उधर, मायावती ने कहा कि नोटबंदी से पूरे देश में इमरजेंसी जैसे हालात हैं. 70 से ज्यादा लोग मर चुके हैं. विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.

उधर लोकसभा में भी नोटबंदी को लेकर हंगामा हुआ. विपक्ष सदन में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने की मांग पर अड़ा है. भारी नारेबाजी के चलते आज सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी.

इससे पूर्व सोमवार को भी विपक्ष ने संसद में अपना आक्रामक रुख बरकरार रखते हुए आम आदमी, किसानों और गरीबों को इस कदम से होने वाली परेशानी को लेकर हंगामा किया जिसके कारण दोनों ही सदनों की कार्यवाही दिन भर बाधित रही. हालांकि सरकार ने कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार है तथा उसने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि वह संसद में इस मुद्दे पर चर्चा से भाग रहा है.

लोकसभा में विपक्ष ने मतविभाजन वाले नियम 56 के तहत तत्काल चर्चा कराने की मांग पर हंगामा और नारेबाजी की जिसके कारण दो बार के स्थगन के बाद करीब दो बजे बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।

राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति की मांग पर विपक्ष के हंगामे के कारण पांच बार के स्थगन के बाद दोपहर बाद करीब तीन बजे बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। लोकसभा में जहां कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल के सदस्य, वहीं राज्यसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और बसपा के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करते रहे।