मुख्य सचिव ने पुखरायां रेल दुर्घटना स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने निर्देश दिये कि विगत दिवस पुखरायां में हुई रेल दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के इलाज निःशुल्क प्राथमिकता से कराया जाये। उन्होंने कहा कि घायल व्यक्तियों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने आपस में बेहतर समन्वय स्थापित कर घायल व्यक्तियों को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर बेहतर कार्य किया हैै। उन्होंने कहा कि घायल व्यक्तियों के गुम हुये सदस्यों की पहचान कराने एवं खोजने हेतु सार्थक प्रयास सुनिश्चित कराये जायें। उन्होंने कहा कि घायल व्यक्तियों की सूची एवं दुर्घटना में मृत व्यक्तियों की सूची अस्पतालों में चस्पा कराते हुये सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं अन्य बेहतर तरीके से प्रसारित कराई जाये ताकि सम्बन्धित व्यक्तियों के रिश्तेदारों को जानकारी यदि अभी तक नहीं हुई तो तत्काल हो जाये। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अथक प्रयास से बारा कानपुर देहात के आनन्देश्वर कोल्ड स्टोरेज में मृृत व्यक्तियों के शरीर को रखने की व्यवस्था कराया जाना सराहनीय कदम था। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था हो जाने से सम्बन्धित व्यक्ति की पहचान उनके रिश्तेदारों द्वारा कराये जाने में सुविधा हुई है।

मुख्य सचिव आज कानपुर नगर में हैलट अस्पताल एवं कानपुर देहात के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द,्र देवीपुर, मलासा में भर्ती घायल यात्रियों का कुशल क्षेम जानने के उपरान्त प्रदेश सरकार द्वारा घोषित आर्थिक सहायता राशि में से प्रत्येक घायल यात्री को 10 हजार रूपये की नकद धनराशि दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा घोषित आर्थिक सहायता अवशेष धनराशि सम्बन्धित घायल व्यक्ति के खाते में आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से भेज दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश घायल व्यक्तियों का आवश्यक इलाज प्राथमिकता से सुनिश्चित कराकर उन्हें उनके आवास तक भेजने की व्यवस्था हेतु दिये गये हंै।
श्री भटनागर ने बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि घायल व्यक्तियों के व्यक्तिगत खर्च की सुविधा हेतु पुराने करेंसी को बदलने एवं बड़े नोटों का फुटकर उपलब्ध कराने की व्यवस्था हैलट अस्पताल, कानपुर नगर व कानपुर देहात के ग्राउन्ड में कराई जाये। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने मृृत व्यक्तियों की पहचान होने पर उनके परिवार को शव उपलब्ध कराते हुये उनकी इच्छानुसार उनके घर तक भेजने की व्यवस्था निःशुल्क की गई है। उन्होंने बताया कि कानपुर देहात बारा के आनन्देश्वर कोल्ड स्टोरेज में कुछ शव अब भी सुरक्षित रखे गये हैं जिनकी पहचान प्राथमिकता से कराने हेतु प्रयास सुनिश्चित कराकर उनके परिजनों को शव उपलब्ध करा दिये जायें।

मुख्य सचिव ने पुखरायां रेलवे स्टेशन के निकट हुई दुर्घटना का स्थलीय निरीक्षण करते हुये एन0डी0आर0एफ0, रेलवे सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की कि अब कोई भी यात्री क्षतिग्रस्त बोगियों में फंसा नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन को यह भी निर्देश दिये हैं कि घायल यात्रियों के छूटे हुये सामान को सम्बन्धित घायल यात्री से पहचान कराकर उन्हें उपलब्ध करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि घायल यात्रियों का हाल चाल प्रतिदिन लेकर उनके प्रति संवेदना व्यक्त की जाये ताकि वे अपने आप को अकेला न महसूस करें।

मुख्य सचिव ने हैलट अस्पताल, कानपुर नगर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, देवीपुर, कानपुर देहात एवं पुखरायां रेलवे दुर्घटना स्थल का दौरा करने के उपरान्त कानपुर देहात के पुलिस लाइन में रेलवे, एन0डी0आर0एफ0, स्वास्थ्य, पुलिस एवं जिला प्रशासन के साथ वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।

श्री भटनागर ने कानपुर नगर के हैलट अस्पताल के आई0सी0यू0 एवं वार्ड में एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, देवीपुर, कानपुर देहात में भर्ती घायल प्रत्येक व्यक्तियों के पास जाकर उनका हाल-चाल लेने एवं सहायता धनराशि उपलब्ध कराने पर घायल व्यक्तियों एवं परिजनों में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति अपनत्व की भावना जागृत हुई, उन्हें एहसास हुआ कि उत्तर प्रदेश में प्रदेश के बाहर के निवासी होने की जानकारी होने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उनके इलाज हेतु निःशुल्क चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है।

मुख्य सचिव के साथ प्रमुख सचिव, गृह देबाशीष पण्डा, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अरूण कुमार सिन्हा, पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद, मण्डलायुक्त कानपुर मो0 इफ्त्खारूद््दीन, जिलाधिकारी कानपुर नगर कौशलराज शर्मा, जिलाधिकारी कानपुर देहात कुमार रविकान्त सिंह सहित रेलवे, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।