बेटी ने वर्दीधारियों पर लगाये गम्भीर आरोप, कहा प्राईवेट पार्ट पर किया गया हमला, माॅ ने कहा करूंगी आत्महत्या
सुलतानपुर। जनपद की पुलिस पूर्णतया बेलगाम हो चुकी है उसे अब देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों के परिवार की सुरक्षा से ज्यादा अपराधियों की मित्रता ज्यादा भा रही है। अपराधी और पुलिस का गठजोड़ सैनिकों के परिवार को भी अपने घरों में सुरक्षित नहीं रहने दे रहा है। ऐसा आरोप जयंिसंहपुर पुलिस पर लग रहे है। सच्चाई इतर है। फौजी परिवार स्टे के बावजूद निर्माण करा रहा था। पुलिस ने दोनो पक्षो का शांतिभंग के तहत चालान किया तो बवाल मच गया।

मामला जयसिंहपुर थाना क्षेत्र के सपाही (ओझा का पुरवा) गाॅव का सामने आया है। इस गाॅव के निवासी श्रीप्रकाश ओझा वर्तमान समय में 81वीं बटालियन सीमा सुरक्षा बल की तरफ से जम्मू काश्मीर के एलओसी पर बहैसियत सहायक उप निरीक्षक के पद पर तैनात है। रात-दिन पाकिस्तान द्वारा की जा रही धुआंधार गोलीबारी के बीच जान जोखिम में डालकर देश की सुरक्षा कर रहें है। आरोप है कि उनका परिवार उनकी गैर मौजूदगी में बेटे की सगाई की तैयारी में व्यस्त है, जहां पूरे गाॅव का उनको समर्थन और सम्मान मिलता है तो वहीं उनके पट्टीदार अपराधी किस्म के लोगों को यह बात फूटी आॅख भी नहीं सुहा रही है, उन्होंने जयसिंहपुर पुलिस को हमवार कर सैनिक परिवार पर बीती आधी रात को अपने दर्जनों साथियों समेत दरोगा सुनील कुमार के नेतृत्व में हमला बोल दिया और पूरे परिवार को बुरी तरह पीटकर घर से बाहर कर दिया, और कहां कि जहां तुम्हारा आदमी है वहीं चली जाओ यहां का जमीन जायदाद पर हमारा कब्जा है वरना जान से हाथ धो लोगें, और तुम्हारा आदमी भी कुछ नहीं कर पाएगा। यहां की पुलिस और अपराधी हमारे मित्र है। इस घटना से दहशतजदा परिवार व सैनिक की पत्नी इन्द्रावती ओझा ने जब थानेदार से मामले की एफआईआर करने व सुरक्षा की गुहार लगायी तो थानेदार ने पूरे परिवार को थाने से अपमानित करते हुए भगा दिया। पीड़ित परिवार ने थकहार कर जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगायी है। सच्चाई यह है कि उक्त जमीन का हाईकोर्ट से स्टे है। बावजूद इसके फौजी परिवार निर्माण करवा रहा था। एसडीएम के निर्देश पर पुलिस पहुंची तो उसके सामने दोनो पक्ष भिड़ गये।

फौजी की बेटी साधना का कहना है कि पुलिस आरोपियों से मिली हुयी है। जिस वजह से उसके पिता को हवालात में डाला गया। उसके प्राईवेट पार्ट पर हमला किया गया। मामले की शिकायत एसपी, मुख्यमंत्री से की गयी। पत्नी इंद्रावती ने कहा कि न्याय नही मिला तो वह आत्महत्या करेगी।

जयसिंहपुर एसओ ने बताया कि एसडीएम के निर्देश पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। दोनो पक्ष मारपीट पर उतारू थे। इसलिए दोनो पक्षों का शांतिभंग के लिए चालान किया गया। जो आरोप लग रहे है निराधार है।