नई दिल्‍ली: शनिवार को बैंक केवल वरिष्‍ठ नागरिकों के लिए नोट बदलने की सुविधा देंगे. बाकी लोग नोट बदल नहीं पाएंगे. इसके अलावा शनिवार को बैंक अपने तय समय के अनुसार ही चलेंगे.

भारतीय बैंक संघ के अध्‍यक्ष राजीव ऋषि ने बताया कि यह देश भर के सभी बैंकों पर लागू होता है. राजीव ऋषि ने कहा, 'बैंक बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं. अब बैंकों में भीड़ कम हुई है इसलिए शनिवार को नोट नहीं बदले जाएंगे. केवल वरिष्‍ठ नागरिकों के लिए यह सुविधा जारी रहेगी.' उन्‍होंने कहा कि बैंक इस दिन का इस्‍तेमाल लंबित कार्यों को पूरा करने में करेंगे.

प्रधानमंत्री द्वारा पिछले हफ्ते अचानक बड़े नोटों को बंद करने की घोषणा के बाद बैंकों में नकदी के लिए ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. गौरतलब है कि बाजार में मौजूद पैसे का 86 फीसदी हिस्‍सा बड़े नोटों का था.

शुक्रवार को सरकार ने इस बात से इनकार किया कि वह पुराने नोटों के बदले नए नोट देने की प्रक्रिया को खत्‍म करने पर विचार कर रही है. पहले 4000 तक के पुराने नोट बदलवाने का प्रावधान था जिसेइसी हफ्ते बढ़ाकर 4500 किया गया और फिर गुरुवार को घटाकर 2000 रुपये कर दिया गया.

बैंकों को चुनावों की तरह ही नहीं मिटने वाली स्‍याही का इस्‍तेमाल करने के लिए कहा गया ताकि एक व्‍यक्ति बार बार कैश ना बदलवा सके.

पीएम मोदी की नोटबंदी की कवायद का मकसद टैक्‍स चोरी रोकना, भ्रष्‍टाचार और फर्जी नोटों पर लगाम लगाना था. उन्‍होंने लोगों से तात्‍कालिक असुविधा को सहन करने की अपील की थी. पिछले हफ्ते उन्‍होंने एक भावुक भाषण में गरीबों का हक लूटने वाले भ्रष्‍ट लोगों को रोकने की शपथ लेते हुए कहा था, 'मुझे बस 50 दिन दीजिए.'