आसिफ मिर्जा

सुलतानपुर। बाहर दिन पूर्व हत्या कर फंेकी गई युवक की लाश को खाकी अभी तक घूम रही है। पोस्टमार्टम न होने के चलते शशिकुमार के शव का अन्तिम संस्कार नही हो सका है। पुलिस का कहना है कि मृतक के बोन को परीक्षण के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने तक डेड बाडी को पुलिस सुपुर्दगी मे रहने का निर्देश मिला है। पीड़ित परिजनों का कहना है कि पता नही किस जुल्म की सजा उन्हे मिल रही है।

विदित हो कि जयंिसंहपुर कोतवाली क्षेत्र के भभोट गांव निवासी शशि कुमार 28 वर्षीय पुत्र राम निहोर 20 अक्टूबर को घर से पालगनर में चल रही रामलीला देखने निकला था। तब से वह घर वापस नहीं लौटा। 6 नवम्बर को उसका शव गांव के बाहर स्थित अटरा भीटे पर निर्जन स्थान पर मिला था। लाश पूरी तरह से सड़ चुकी थी। मौके ए वारदात पर मिले वोटर आईडी और चप्पल से राम बहोर ने अपने पुत्र शशि कुमार के रूप में शव की शिनाख्त की। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सुलतानपुर पोस्टमार्टम के चिकित्सकों ने शव क्षत-विक्षत होने का हवाला देते हुए परीक्षण के लिए लखनऊ भेज दिया। लखनऊ पहुचने पर चिकित्सकों ने दिशा निर्देेश देते हुए शव फिर से सुलातनपुर भेजा। जिसके बाद यहां के चिकित्सकों ने शव को बोन निकालकर विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजते हुए शव को पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया। 12 दिनों से जयंिसंहपुर पुलिस लाश को लेकर घूम रही है। पीड़ित परिजनों का कहना है कि हमार लाडले को किस गुनाह की सजा मिल रही है। पहले तो बिना किसी गुनाह के उसकी हत्या की गई और अब उसके शव का अंतिम संस्कार करने को भीनही मिल रहा है। मृतक के पिता का कहना है कि खुलासा तो दूर अभीतक मुकदमा भी दर्ज नही हुआ है। जयसिंहपुर पुलिस का कहना है कि चार-पांच दिनों में रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा दर्ज कर लाश सुपुर्द की जायेगी।