लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भारत सरकार की नीति की वजह से सहकारी बैंकों व कोआपरेटिव संस्थाओं पर संकट है। किसान, मजदूर और गरीब असमंजस में है कि वो अब क्या करें, हमें उसे रास्ता दिखाना होगा। जिला सहकारी बैंकों के समर्थन में जल्द ही राज्यपाल से मिलेंगे और ज्ञापन देंगे।

उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन किसानों और छोटे-छोटे व्यापारियों से जुड़ा है। हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि शीघ्र विचार कर सहकारी बैंकों पर लगी रोक हटाये ताकि यह ठीक प्रकार से काम करें और किसानों का काम ना रुके। श्री यादव ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार ने हमारी बात ना मानी तो हम सरकार के खिलाफ सड़कों पर आकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे और केन्द्र की इस पूंजीपतियों वाली भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का काम भी हम ही करेंगे।

63 वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश राज्य एवं निर्माण सहकारी संघ लि0 द्वारा आयोजित शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों का सहकारिता के माध्यम से क्रियान्वयन विषय पर आयोजित गोष्ठी में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से किसानों, गरीबों और ग्रामीण लोगों का जो भला हो सकता था वह नहीं हुआ। जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते।

अपने मन की पीड़ा व्यक्त करते हुए शिवपाल ने कहा कि सहकारी सप्ताह की सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है। अब कोई सहकारिता का महत्व ही नहीं समझता। श्री यादव ने कहा कि लोकतंत्र में समाजवाद शब्द का बहुत महत्व है। सरदार भगत सिंह ने समाजवाद शब्द का प्रयोग किया था। उसके बाद नेहरु व लोहिया से लेकर सभी महापुरुषों ने समाजवाद का महत्व समझा। उन्होंने कहा कि समानता और सम्पन्नता समाज में बनी रहनी चाहिए।

शिवपाल सिंह यादव ने इस बात की खुशी भी जाहिर की कि उनके कहने पर ही इस संस्था का नाम बदला गया था। संस्था पहले काफी बदनाम थी लेकिन नाम बदलने के बाद संस्था को काफी काम मिला और संस्था काफी फायदे में चली। उन्होंने कहा कि आज सबको पता है कि देश का क्या हाल है। बड़े लोग पहले ही अपना कमीशन तय कर लेते हैं। लेकिन फिर भी हमें समय के साथ चलना होगा और नवीनतम टेक्नोलोजी को अपनाना होगा। समय समय पर लगातार नये रास्ते तलाशने होंगे।

कार्यक्रम में अध्यक्ष पेकफेड तोताराम यादव, निर्वाचन आयुक्त एम0 एल0 चौबे, अध्यक्ष यूपीसीवी धीरेन्द्र कुमार वर्मा, अध्यक्ष लेकपैड कुंवर वीरेन्द्र प्रताप सिंह, निदेशक आईसीएमआरटी रामजतन यादव, डायरेक्टर पैकफेड दिगम्बर सिंह, आर0 पी0 सिंह बघेल, समस्त प्रबंध निदेशक और समस्त डायेरेक्टर आदि उपस्थित थे।