नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान की सीमा पर काफी समय से तनाव है. रुक-रुककर पाकिस्तान की ओर संघर्षविराम उल्लंघन किया जा रहा है. भारतीय सीमा पर तैनात चौकस जवान भी गोरीबारी का जवाब दे रहे हैं.

भारतीय मीडिया इस गोलीबारी में मारे गए भारतीय सैनिकों का जिक्र करता रहा है, लेकिन यह पहली बार है कि पाकिस्तानी सेना ने यह स्वीकार है कि बीती रात इस गोलीबारी में उसके सात सैनिक मारे गए हैं.

यह घटना एलओसी पर स्थित भीमबेर सेक्टर में घटी. बता दें कि 2003 में जो संघर्षविराम चालू हुआ था वह पिछले कुछ समय से बेमानी सा प्रतीत होता है.

पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारी गौतम बंबावले को पाकिस्तान सरकार की ओर से आज तलब किया गया था ताकि वे आधिकारिक रूप से इसकी शिकायत दर्ज करवा सकें.

बता दें कि 29 सितंबर को भारतीय जवानों द्वारा सर्जकिल स्ट्राइक किए जाने के बाद सीमा पर तनाव है. पाकिस्तान इस बात का खंडन करता रहा है कि भारतीय जवानों ने एलओसी पार कोई सर्जिकल स्ट्राइक किया है. भारत ने पठानकोट हमले और उरी में आतंकी हमलों के जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था.

जानकारी के लिए बता दें कि उरी में आतंकी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. अब तक दोनों ओर से लोगों के मारे जाने की बात कही जाती रही है लेकिन, पाकिस्तान ने पहली बार सात सैनिकों की मौत की बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकारा है.