सुलतानपुर। वरूण गांधी किसी के लिए राष्ट्रीय नेता हैं तो किसी के लिए हर दिल अजीज सांसद। कोई वरूण गांधी को नेहरू गांधी परिवार का चश्म ओ चिराग कहता है तो कोई वरूण गांधी को अपने समय के सुपर प्रधानमंत्री कहे जाने वाले संजय गांधी का प्रतिरूप मानता है लेकिन, जिले के निवासी त्रिवेणी वर्मा के लिए वरूण गांधी किसी फरिश्ता से कम नहीं हैं। वर्षों से सात समन्दर पार दूर देश में मालिकों द्वारा बन्धक बनाकर प्रताड़ित किये जा रहे बेटे को अपने बीच पाकर आज त्रिवेणी वर्मा का परिवार ही नहीं बल्कि समूचा गांव-क्षेत्र वरूण गांधी का शुक्रिया अदा कर रहा है। त्रिवेणी वर्मा जिस बेटे के लिए वर्षों से दर-दर भटक रहे थे, माता आशा देवी वर्मा के आंसू थम नहीं रहे थे। दर्जनों बार लिखा पढ़ी खत ओ किताबत के बाद वे जिसे भारत वापस बुलाने में असफल रहे। त्रिवेणी वर्मा का वह बेटा वरूण गांधी के प्रयास पर बमुश्किल माह भर में गांव पहुँच गया। बेटे के गांव पहुंचते ही त्रिवेणी वर्मा के परिवार में खुशी का माहौल छा गया है और पूरा परिवार विशेषकर उनकी पत्नी आशा देवी वर्मा सांसद वरूण गांधी की जय-जयकार कर रही हैं। आज बेटे कृष्ण कुमार एवं ग्रामवासियों के साथ जिला मुख्यालय स्थित सांसद वरूण गांधी के जनसम्पर्क एवं प्रशासनिक कार्यालय में सांसद के प्रति आभार प्रकट करने पहुंचे त्रिवेणी वर्मा पूरी तरह भावुक थे। वरूण गांधी की
सराहना के लिए उनके बोल नहीं फूट रहे थे। वरूण गांधी की सक्रियता से ही उन्हें वर्षों बाद उनका बेटा मिला हैै। त्रिवेणी वर्मा कहते है कि इसके लिए वे जीवन भर वरूण गांधी के शुक्र गुजार रहेंगे। उन्होंने कहा कि वर्षों से बेटे के लिए भटक रहा था। बेटे के गम में पत्नी बीमार पड़ गयी, उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। मैं हर तरफ से निराश हो गया था, लेकिन सांसद जी ने मेरे परिवार को उजड़ने से बचा लिया। वरूण गांधी फरिश्ता हैं देवता हैं।

भाजपा सांसद वरूण गांधी ने अधिवक्ता विजय प्रताप हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच की मांग मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से किया है। सांसद ने मांग किया है
कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा के साथ अधिवक्ता की पत्नी को समुचित आर्थिक सहायता भी दी जाय। बहरहाल अधिवक्ता प्रकरण का मामला अब दिनो-दिन गरमाता ही जा रहा है।