नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी और इसके दोस्तों को अधिक मूल्य वाले नोट को अमान्य किए जाने के बारे में एक हफ्ते पहले ही पता चल गया था। केजरीवाल ने दो हजार रुपये के नोट शुरू किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे भ्रष्टाचार और काले धन को बढ़ावा मिलेगा न कि इन पर लगाम लगेगा और रुपये अमान्य किए जाने से आम आदमी काफी परेशान है।

दिलचस्प बात यह है कि केजरीवाल की कैबिनेट के सहयोगी सत्येन्द्र जैन ने दो हजार रूपये का नोट शुरू करने को ऐतिहासिक कदम करार दिया, लेकिन बाद में कहा कि यह व्यंग था। आप प्रमुख ने एक वीडियो संदेश में कहा कि देश भर में कमीशन का धंधा चल रहा था। दिक्कत सरकार की मंशा में है।
कई ट्वीट करते हुए केजरीवाल ने ‘पेटीएम’ के विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाने पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पहल का सबसे बड़ा लाभ कंपनी को मिला है।

केजरीवाल ने कहा कि यह स्पष्ट है कि बीजेपी दोस्तों और अपने लोगों को निर्णय की घोषणा किए जाने से एक हफ्ते पहले सूचित कर दिया गया था। उन्होंने प्रॉपर्टी या सोना खरीदने जैसे सभी प्रबंध कर लिए हैं। बीजेपी उत्तरप्रदेश और अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने जा रही है। इसने प्रबंध कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि केवल आम आदमी पीड़ित है। मैंने कई लोगों से बात की, उन्होंने मुझे बताया कि काले धन वालों ने पहले ही व्यवस्था कर ली है। 15 से 20 फीसदी कमीशन के बदले उनके घर धन पहुंचा दिया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि दो हजार रुपये के नोट की शुरुआत क्यों की गई। उन्होंने कहा कि इससे केवल काला धन जमा करने में आसानी हो जाएगी।