1000-500 के नोट लेकर भटक रहे हैं दर दर

नई दिल्‍ली। बाजार, रेलवे स्‍टेशन और बस अड्डे पर ही नहीं ताजमहल पर भी नोट को लेकर हंगामा हो रहा है। देश-विदेशी पयर्टक हाथों में नोट लेकर घूम रहे हैं, लेकिन उन्‍हें ताज के अंदर जाने का टिकट नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते कर्मचारियों और पयर्टकों में तकरार हो रही है। कुछ गुजराती पर्यटकों ने तो ताज के गेट पर हंगामा भी किया। कुछ ऐसी ही स्‍थिति इलाहबाद और बनारस में भी थी। वहीं विदेशी पर्यटकों के ऑपरेटर मौके का फायदा उठाते हुए चांदी काट रहे हैं।
सात समंदर पार से आए विदेशी पर्यटक जब सुबह ताजमहल पहुंचे तो उन्‍हें झटका लगा। टिकट खिड़की पर उन्‍हें टिकट देने से मना कर दिया गया। वजह बताई गई कि आज से 500 और 1000 रुपये का नोट बंद हो गया है।

यह सुनते ही देशी-विदेशी पर्यटक हक्‍का-बक्‍का रह गए। विदेशी पर्यटक पास खड़े पुलिसकर्मियों के पास पहुंच गए। कर्मचारी द्वारा नोट न लेने की शिकायत की। लेकिन पुलिसकर्मियों ने भी हाथ खड़े कर दिए। वहीं देशी पर्यटकों की कर्मचारियों से तकरार होने लगी। 1000 के नोट लेकर उन्हें भटकना पड़ रहा।

ताजमहल स्‍थित एक दुकान के संचालक मुनव्‍वर ने बताया कि यह टाइम गुजराती पर्यटकों का है। इस वक्‍त गुजरात से पर्यटक बहुत आते हैं। आज ऐसे ही एक गुजराती पर्यटकों के दल ने पूर्वी गेट पर जमकर हंगामा किया। हाथ में पकड़कर 500 के नोट हवा में लहराए। नोटों की नई व्‍यवस्‍था को भी जमकर कोसा।

गुजरात से आई स्‍मिता का कहना था कि अगर कोई बदलाव करना था तो इसकी पहले से सूचना देते। हम इतनी दूर से प्रोग्राम बनाकर घूमने आए हैं, अब हम क्‍या करें। कोरियन पर्यटक सुईन वॉन का कहना था कि बड़े नोट रखना हमारी मजबूरी है, लेकिन अब बड़े नोट ही परेशानी बन रहे हैं। कोई भी हमसे बड़े नोट नहीं ले रहा है। इलाहाबाद में होटल संगम में ठहरे जापानी पर्यटकों के दल के वूस्‍टबई का कहना था कि होटल का भुगतान तो हम कॉर्ड से पहले ही कर चुके हैं, लेकिन बाजार में शॉपिंग करने, संगम सहित दूसरी जगहों पर घूमने और रेस्‍टोरेंट में खाने के दौरान बहुत परेशानी आ रही है। बनारस में भी कई विदेशी सैलानी 500 और 1000 के नोट बंद होने से परेशान हो गए।