नई दिल्ली: कालेधन पर अंकुश के उपायों तथा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद मजबूत वैश्विक रुख के बीच यहां सोना 900 रुपये की छलांग के साथ तीन साल के उच्चस्तर 31,750 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया. लोग लगातार गोल्ड की बुकिंग करवा रहे हैं. सबसे हैरत की बात यह है कि लोग सोने की बुकिंग किलोग्राम में करवा रहे हैं.

सरकार ने कालेधन पर अंकुश के लिए कल 500 और 1,000 रुपये के नोट को बंद करने की घोषणा की थी. यह सोने का 19 नवंबर, 2013 के बाद सर्वोच्च बंद स्तर है. उस दिन सोना 31,820 रपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था.

दिल्ली के सर्राफा कारोबारी राकेश आनंद ने कहा, ‘सर्राफा की मांग को प्रोत्साहन मिला है. जिन लोगों के पास अधिक नकदी है वे इसका सोने जैसे सुरक्षित विकल्प में निवेश कर रहे हैं.’ इसके अलावा कारोबार के दौरान रुपये के 23 पैसे की गिरावट के साथ 66.85 रपये प्रति डॉलर के स्तर पर आने से डॉलर में कोट की जाने वाली बहुमूल्य धातु महंगी हो गई. भारत घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारी मात्रा में सोने का आयात करता है.

अमेरिका में चुनाव में हिलेरी क्लिंटन पर ट्रंप की जीत के बाद वैश्विक बाजार में सोना करीब 5 प्रतिशत की छलांग लगा गया. यह पांच सप्ताह में इसकी सबसे तेज बढ़त है. निवेशक शेयर बाजारों से पैसा निकालकर सर्राफा में लगा रहे हैं जिससे सोने में तेजी आई. सिंगापुर में सोना 4.8 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,337.38 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. जून के बाद यह सोने में दिन में कारोबार की सबसे उंची बढ़त है.

चांदी भी 1,150 रुपये की लंबी छलांग के साथ 45,000 रपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार गई. घरेलू मोर्चे पर सोना 99.9 तथा 99.5 शुद्धता 900-900 रुपये की बढ़त के साथ 31,750 रुपये तथा 31,600 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया. यह सोने का 19 नवंबर, 2013 के बाद शीर्ष स्तर है. गिन्नी के भाव भी 200 रुपये की बढ़त के साथ 24,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर पहुंच गया.

इसी तरह चांदी हाजिर 1,150 रुपये चढ़कर 45,000 रपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. चांदी साप्ताहिक डिलिवरी 1,225 रुपये की बढ़त के साथ 44,275 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. चांदी सिक्का 1,000 रुपये की बढ़त लिवाल 77,000 रपये प्रति सैंकड़ा तथा बिकवाल 78,000 रुपये प्रति सैंकड़ा पर पहुंच गया. सर्राफा कारोबारियों ने कहा कि मल्टि-कमोडिटी एक्सचेंज में सोना 3.43 प्रतिशत की चढ़ गया. इससे भी सोने की धारणा को बल मिला.