सदमे से दहेज हत्यारोपी सास की मौत, पुलिस अभिरक्षा में बेटे ने दी मुखाग्नि

आसिफ मिर्ज़ा

सुलतानपुर। मरने से पहले नव विवाहिता मधु सिंह ने अपने जंघे पर मौत की दास्ताँ लिखी थी। बयां किया कि मौत का जिम्मेदार उसकी सास और पति है। यह
खुलासा पोस्टमार्टम में कफ़न हटाने के बाद हुआ। हत्यारोपी बनने के बाद सदमे से सास की मौत हो गयी। गिरफतार बेटे ने पुलिस अभिरक्षा में चिता को आग लगायी।

मामला कोतवाली देहात थाने के पखरौली गांव का है। शनिवार को पंकज सिंह की पत्नी मधु की लाश कमरे में लटकती पायी गई। सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। पोस्टमार्टम के लिए जब कफ़न हटाई गई तो डॉक्टर भी हैरान रह गए। मधु ने मरने से पहले अपनी जांघ पर लिखा था कि उसकी मौत के जिम्मेदार उसका पति और सास प्रणवती है। पोस्टमार्टम हाउस में सबूत के तौर पर हैण्ड राइटिंग की वीडियो ग्राफी कराई गई। दरअसल लखनऊ के रहने वाले राजेन्द्र की बेटी मधु की शादी 16 अप्रैल 2016 को पंकज के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही और दहेज़ की मांग की जाने लगी। विरोध करने पर मधु को बेरहमी से पीटा जाता। जिससे मधु अपनी जिंदगी से ऊब चुकी थी। पति शराब का आदी भी था। सोमवार को सदमे से आहत प्राणवती की अचानक तबियत बिगड़ गयी। जिला अस्पताल लाया गया। जहां पर उनकी मौत हो गयी। गिरफतार बेटे ने मॉ की चिता को आग लगायी। इस घटना के बाद घर में कोई दीया जलाने वाला नही बचा है। पिता वीरेन्द्र की मौत पहले हो चुकी है। पत्नी ने आत्महत्या कर ली। मॉ की इस घटना से मौत हो गयी, और पंकज जेल के सलाखों के पीछे चला गया। एसओ ने बताया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।