नई दिल्‍ली: पाकिस्तान ने दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग में तैनात चार अधिकारियों को वापस बुला लिया है. भारत द्वारा एक पाकिस्‍तानी अधिकारी को जासूसी गतिविधियों के लिए गैर अवांछित करार दिए जाने के बाद पड़ोसी मुल्‍क की तरफ से यह कदम उठाया गया. पाक उच्‍चायोग के कर्मचारी महमूद अख्‍तर ने पूछताछ में कथित तौर पर इन चारों अधिकारियों का नाम बताया है.

पिछले हफ्ते पाकिस्‍तानी हाई कमीशन के स्‍टाफर अख्‍तर को जासूसी के लिए भारत से निष्कासित कर दिया गया था और उसे 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया. महमूद अख्‍तर (35) को पुलिस ने बुधवार को दिल्‍ली चिडि़याघर के पास पकड़ा था, जब वह राजस्‍थान के दो लोगों से संवेदनशील इंटेल और दस्तावेज ले रहा था.

पुलिस ने बताया कि अख्‍तर को तीन साल पहले पाकिस्‍तानी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा भर्ती किया गया था और बाद में उसे दिल्‍ली स्थित उच्‍चायोग में तैनात किया गया. वह वीजा अनुभाग में काम करता था और कथित तौर पर संभावित जासूसों की भर्ती करता था.

मामले की जांच से वाकिफ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस और गुप्तचर एजेंसियों की ओर से की गई संयुक्त पूछताछ में निष्कासित पाकिस्तानी उच्चायोग कर्मचारी महमूद अख्तर ने दावा किया कि उच्चायोग के 16 अन्य कर्मचारी सेना और बीएसएफ की तैनाती संबंधी संवेदनशील सूचना एवं दस्तावेज निकलवाने के लिए जासूसों के संपर्क में हैं.

अधिकारी ने कहा कि उसके दावों की अभी जांच की जा रही है और यदि सही पाया गया तो पुलिस मामले को आगे बढ़ाने के लिए विदेश मंत्रालय को पत्र लिख सकती है. अपराध शाखा की टीमें राजस्थान में छापेमारी कर रही हैं, ताकि उन स्थानीय व्यक्तियों को पकड़ा जा सके जो अख्तर को गोपनीय दस्तावेज और सूचना मुहैया करा रहे थे. अख्तर कथित तौर पर जासूसी गिरोह चला रहा था.