लखनऊ: खाना ए काबा पर हमले की खबरें फैलाने और सऊदी प्रौपेगन्डे की निंदा करते हुए आज ओलमा कमेटी ने बयान जारी करते हुए कहा कि दरअसल हमला जेद्दा हवाई अड्डे के निकट हुआ था, हमले का मक्का से कोई संबंध नहीं है। सऊदी अरब ने खाना ए काबा पर हमले की गलत खबरें प्रसारण की हैं। मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने खाना ए काबा पर हमले की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि सऊदी अरब ने अराजकता फैलाने के उद्देश्य से ऐसी अफवाहें फैलाई है ।सऊदी अरब अपने अपराधों पर पर्दा डालने और तमाम मूस्लमानों की सहानुभूति और हमर्ददी पाने के लिए ऐसी फर्जी खबरों को प्रकाशित कर रहा है। मौलाना ने कहा कि सऊदी अरब ने यमन और अन्य मुस्लिम देशों में कितनस रक्तपात किया है, उसकी बमबारी में लाखों बेगुनाह लोग मारे गए, नाइजीरिया की मस्जिद पर हमला किया गया जिसमें सैकड़ों नमाजी मौत के घाट उतार दिये गये, अपने ऐसे ही ना जाने कितने अपराधों पर पर्दा डालने के लिए सऊदी अरब आलामे इस्लाम की सहानुभूति और हमर्ददी पाने के लिए ऐसी फर्जी खबरें फेला रहा है।

मौलाना अतहर अब्बास कलकतवी ने कहा कि पिछले साल हज के अवसर पर मिना मै सात हजार हाजी मारे गए थे ,एक युवराज को रम्मी करने के लिए इतने हाजियों की हत्या कर दी गई क्या यह अपराध नहीं था, सऊदी अरब की एक वेबसाइट ने मरने वालों की संख्या सात हजार बताई थी ।अफसोस कि मुसलमान इस दुखद घटना पर चुप रहे और सऊदी अपराधों में अपनी चुप्पी के साथ शामिल रहे। अब सऊदी अरब खाना ए काबा पर हमले की फर्जी खबरें फेला रहा है जबकि इस हमले का मक्का से कोई संबंध नहीं है। ऐसे समाचार केवल अराजकता फैलाने के लिए प्रसार किये जोते है। मौलाना ने कहा कि यह हमला जेद्दा एयरपोट के करीब हुआ और वहीं तबाही हुई है।

ओलमा कमेटी ने पाकिस्तान में जारी शियों के नरसंहार की निंदा की और कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को रोकने में नाकाम रहा है। पाकिस्तान में शियों का कत्ले आम जारी है, कभी इमाम बाड़ों पर हमले होते हैं और कभी मस्जिदों को निशाना बनाया जाता है मगर हमला करने वालों की गिरफ्तारी नहीं होती ये निंदनीय है और पाकिसतान सरकार की नाकामी का सूबूत है। सभा में मौलाना इफ्तिखार हुसैन इन्केलाबी, मौलाना रजा हुसैन, मौलाना तसनीम मेहदी, मौलाना फिरोज हुसैन मौलाना जव्वार हुसैन, मौलाना शबाहत हुसैन, मौलाना कमरूल हसन, मौलाना शबाब हैदर, मौलाना हसन जाफर और अन्य ओलमा मोजूद रहे।