लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल उ0प्र0 के अध्यक्ष डा0 मसूद अहमद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषणों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि विगत लोकसभा चुनावों के पहले से लगातार देश की भोली भाली गरीब जनता को भावानात्मक रूप में ब्लैकमेल करते हुये उन्होंने देश की बागड़ोर ले ली परन्तु गरीब जनता का हाल दिनों दिन बिगड़ता चला गया। मंहगाई की मार झेल रहा आम नागरिक पिसता जा रहा है। भोजन की थाली सूनी होती जा रही है।

डाॅ0 अहमद ने कहा कि केन्द सरकार जब तक डीजल और पेट्रोल के मूल्य में जनता को राहत नहीं देगी तब तक खाद्य सामग्री की मंहगाई कम नहीं हो सकती। सरकार के क्रिया कलापों एवं अपनी नीतियों से केवल तेल कम्पनियों को फायदा हो रहा है या सरकार को। जब कच्चे तेल के मूल्य में प्रति बैरल विगत वर्षों की अपेक्षा इतनी कमी आई है तो उसका लाभ आम जनता को क्यों नही मिल रहा है?

रालोद अध्यक्ष ने केन्द्र सरकार से मांग करते हुय कहा कि जो भी कालेधन का पता चला है उसका प्रत्येक नागरिक का हिस्सा लगना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो भावानात्मक ब्लैक मेल करने का आरोप स्वयं सिद्व हो जाता है। ऐसी दशा में भारतीय जनता पार्टी के लोग किस दशा मे सुषासन एवं स्वच्छ प्रशासन की बात करते है और प्रदेश में होने वाले चुनाव में गरीब नौजवानों, किसानों एवं मजदूरों को एक बार फिर छलने का काम करने की तैयारी कर रहे हैं। अब प्रदेश का किसान, नौजवान एवं मजदूर किसी के बहकाने में नहीं आयेगा।