बोले–नेता जी अन्याय के खिलाफ लड़ने का रास्ता आपने ही दिखाया है

लखनऊ। समाजवादी पार्टी में छिड़ा घमासान फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है। कुनबे को एक रखने की मुलायम सिंह की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं। रामगोपाल यादव को पार्टी से निकालने के बाद ये तय हो गया कि हालात सुधरने नहीं जा रहे। अमर सिंह के सवाल पर अखिलेश भी फिलहाल झुकने के मूड में नहीं हैं। लखनऊ में पार्टी दफ्तर में पार्टी सांसदों-विधायकों-पूर्व सांसदों की बैठक से पहेल ही दफ्तर के बाहर हंगामा मचा हुआ है। अखिलेश-शिवपाल समर्थकों में मारपीट तक हो गई।

सभी नेताओं के पहुंचने के बाद करीब 10.30 बजे बैठक शुरू हुई। बैठक में सबसे पहले अखिलेश ने अपना भाषण दिया और इसी दौरान वह भावुक हो गए। उनका गला रुंधा हुआ था। बैठक में बोलते हुए अखिलेश ने कहा नेताजी का रास्ता हर कोई जानता है। आपने हमें अन्याय के खिलाफ लड़ने का रास्ता दिखाया है। मैं नई पार्टी क्यों बनाऊंगा। अगर कोई साजिश कर रहा है तो मुझे उसके खिलाफ खड़ा होना होगा। दूसरे लोगों ने कैंपेन शुरू कर दिया है। आपकी पार्टी ने बहुत से काम किए हैं। आपने कहा कि 24 महीने के भीतर एक्सप्रेस वे बनकर तैयार होना चाहिए। हमने 22 महीने में तैयार कर दिया। हमारे जन्मदिन पर इसका उदघाटन करेंगे। यूपी सरकार एकमात्र सरकार है जो 55 लाख महिलाओं को पेंशन दे रही है। लोग कह रहे हैं कि मैं नई पार्टी बनाऊंगा। कौन नई पार्टी बना रहा है? मैं नहीं बना रहा हूं। मेरी जिम्मेदारी है कि मैं साजिश के खिलाफ खडा होऊ। अगर आपने इस्तीफा मांगा होता तो मैं इस्तीफा दे देता। आपने कहा कि दीपक सिंघल को हटाओ, मैंने हटाया। आपने कहा था गायत्री प्रजापति को हटाओ, मैंने हटाया। मुझे हटाने की बात पर अमर सिंह बैठे थे। अमर सिंह ने पिछले साल ट्वीट किया था कि यूपी में सपा में बदलाव होगा और सीएम को बदला जाएगा। रामगोपाल जी ने कभी भी मुझसे किसी को हटाने को नहीं कहा था।ये मेरा करियर है, राजनीति छोड़ दूंगा तो कहां जाऊंगा? मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वो नेताजी से अपने दिल की बात कहें।