मंडी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ सेना के सर्जिकल स्ट्राइकम की तुलना आज इस्राइली तर्ज के अभियानों से की। उन्होंने कहा कि भारतीय बलों ने दिखा दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं। मोदी आज मंडी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने कहा कि इन दिनों देशभर में हमारी सेना के पराक्रम की चर्चा की जा रही है। पूर्व में हम सुना करते थे कि इस्राइल ने यह किया है। राष्ट्र ने देखा है कि भारतीय सेना किसी से भी कम नहीं है। इस्राइल दुश्मन देशों और आतंकी संगठनों के खिलाफ लक्षित हमलों के लिए जाना जाता है। मोदी हिमाचल प्रदेश में एक रैली में बोल रहे थे जहां उन्होंने तीन पनबिजली परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
गौरतलब है कि इस्राइली फ़ौज फिलिस्तीनी जंगजुओं के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई करती रहती है ।

सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा राजनीतिक हल्कों में चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि भाजपा और इसकी सरकार द्वारा इसका इस्तेमाल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए किया जा रहा है। भाजपा इस आरोप से इनकार करती रही है। उसका कहना है कि वह सेना का मनोबल बढ़ाने और प्रधानमंत्री की मजबूत इच्छाशक्ति को बताने के लिए मुद्दे को जनता तक ले जा रही है।

सशस्त्र बलों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जताते हुए मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों के लिए ‘एक रैंक एक पेंशन’ के वायदे को पूरा किया है जो 40 साल से अधिक समय से लटका हुआ था।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने लंबे-चौड़े वायदे कर लोगों को बहकाया और उनमें से कुछ ने इस संबंध में 200 करोड़ से 500 करोड़ रुपये तक आवंटित भी किए, लेकिन इस बारे में कोई विश्लेषण नहीं किया कि कितनी लागत आएगी और इसे किस तरह अंजाम दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने इसे किया और यह पाकर चकित रह गया कि आर्थिक भार बढ़ता रहा। यह 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी सरकार के लिए एक बार में इतनी बड़ी राशि का आवंटन करना मुश्किल था। मोदी ने कहा कि उन्होंने सशस्त्र बलों से बात की और धन चार किश्तों में जारी करने की पेशकश की जिस पर वे सहमत हो गए।
उन्होंने कहा कि पहली किश्त में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है। शेष राशि बाद में दी जाएगी। 40 साल से अधिक समय से लटकता चला आ रहा वायदा पूरा कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने परिवर्तन रैली में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्रियों ने खुद को पेयजल और सड़कों जैसे मुद्दों के प्रति समर्पित किया, जबकि कांग्रेस नेता ने अपने खुद के कल्याण की चिंता की।
उन्होंने कहा कि क्या मुझे यह बयां करने की आवश्यकता है कि वर्तमान मुख्यमंत्री किस चीज के लिए जाने जाते हैं? मोदी ने कहा कि जब भाजपा के मुख्यमंत्री थे तो तब किसी ने खुद को पेयजल के प्रति समर्पित किया तो किसी ने खुद को सड़कों के प्रति समर्पित किया, लेकिन जब अन्य लोग आए तो उन्होंने अपने खुद के कल्याण के लिए बहुत सारी चीजें समर्पित कीं।