शक की सुई कर्मचारियों पर भी, हो सकती है पूछताछ

आसिफ मिर्जा

सुलतानपुर। कोषागार से एक करोड़ पंद्रह लाख चोरी मामले में पुलिस अभी तक खाली हाथ है। पुलिस के शक की सुई कर्मचारियों पर भी टिकी हुई है। अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित टीम की छापेमारी भी बेनतीजा है। इस हाई प्रोफाइल मामले में अभी कईयो की गर्दन नप सकती है।

बताते चले कि कादीपुर तहसील में बने डबल लाक सरकारी खजाने का ताला शुक्रवार की सुबह टूटा देखकर हड़कम्प मच गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि अन्दर रखा रूपया गायब है और वहीं करीब में टूटा हुआ ताला पड़ा हुआ है। छः लेन की सड़क के लिए किसानों को मुआवजा में देने के लिए शुक्रवार को ही बैंक आॅफ बड़ौदा से नायब नाजिर शिलाजीत दूबे की देखरेख में एक करोड़ पन्द्रह लाख रूपया निकालकर दो बोरों में लाकर डबल लाक खजाने में रखा गया था। ताज्जुब की बात यह है कि पुलिस का पहरा होने के बावजूद चोर सारा रूपया निकाल ले गये थे। लापरवाही बरतने के आरोप में दो सिपाही व कोतवाल कादीपुर को निलंम्बित करने का आदेश दिया था। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार तहसील स्थित डबल लाक की इतनी क्षमता नहीं थी कि इसमें करोड़ रूपये रखा जाए लेकिन अगर रखा गया तो तहसीलदार को इसकी सूचना कोतवाल कादीपुर को देकर सुरक्षा बढ़ाये जाने की मांग करनी थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया, और जानकारी के अनुसार फरवरी के बाद से आज तक तहसीलदार द्वारा डबल लाक का मुआयना भी नहीं किया गया था। घटना की खबर पाकर कमिशनर सूर्यप्रकाश मिश्र और डीआईजी आरसी साहू मौके पर पहुंच गये थे और जायजा लिया था। सूत्रो के मुताबिक इस हाई प्रोफाइल मामले में कोषागार कर्मचारियों से भी पूछताछ हो सकती हैं। इतनी बड़ी रकम की जानकारी चोरो को कैसे मिली यह भी संशय बना हुआ है। हलाकि पुलिस की भी लापरवाही का फायदा चोरो ने भरपूर उठाया। खुलासे के लिए पुलिस टीम युद्ध स्तर पर लगी हुई हैं।