लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल की महानगर व जिला इकाई द्वारा प्रदेश के किसानों, नौजवानों एवं मजदूरों के प्रति सरकार की उदासीनता के विरोध में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने किया।
धरने में विभिन्न वक्ताओं ने सरकार की नीतियों और उसकी किसान एवं नौजवान विरोधी कार्यषैली पर विचार व्यक्त किये।
मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना किसानों को बकाये पर मिलने वाले ब्याज को मिल मालिकों के पक्ष में माफ करना सरकार की किसान विरोधी और उद्योगपति प्रेमी नीति का परिचायक है। उन्होंने कहा कि नौजवान बेकारी का मारा हुआ दर दर भटक रहा है जबकि प्रदेश में लाखों नौकरियों के पद रिक्त है। सरकार ने सम्पूर्ण कार्यकाल में नौकरी का लालच देकर लुभावने सपने ही दिखाये है लेकिन अभी तक कुछ किया नहीं।
अन्त में राज्यपाल को सम्बोधित 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया जिसमें प्रदेश के गन्ना किसानों के गन्ने बकाये का भुगतान तुरन्त सुनिश्चित किया जाय, गन्ना किसानों को बकाये पर मिलने वाले ब्याज की रकम मिल मालिकों के पक्ष में माफ करने के निर्णय पर पुनः विचार किया जाय, प्रदेश के नौजवानों के लिए अधिकाधिक सरकारी नौकरियों का प्राविधान किया जाय, संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति प्रथा को समाप्त करके रेगुलर नियुक्तियां की जाँय, संविदा कर्मचारियों को रेगुलर कर्मचारी किया जाय तथा सरकारी योजनाआंे में अधिक से अधिक मजदूरो को समाहित किया जाय तथा मजदूरी की राशि बढ़ाई जाय शामिल थी।