तौक़ीर सिद्दीकी

लखनऊ: सपा परिवार में मचे घमासान के बीच आज समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने साफ़ कर दिया कि ज़रूरी नहीं कि पार्टी की अगले विधानसभा चुनाव में जीत के बाद अखिलेश ही मुख्यमंत्री बनें । मुलायम का यह बयान अखिलेश के अकेले चुनाव प्रचार शुरू करने के बयान देने के बाद आया है । शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में मुलायम ने साफ़ कहा अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद जीत की स्थिति में मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं है, और उनकी पार्टी से मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह फैसला पार्टी का पार्लियामेंट बोर्ड करेगा. उन्होंने कहा कि यह फैसला उन पर छोड़ दिया जाना चाहिए.

समाजवादी पार्टी की स्थापना के 25 साल पूरे होने के बारे में बात करने पहुंचे मुलायम सिंह यादव ने परिवार में किसी विवाद की बात से साफ इंकार किया और दावा किया कि उनके परिवार में मुख्यमंत्री पद को लेकर न कभी विवाद हुआ है, और न होगा. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ही भारी बहुमत से सत्ता में लौटेगी.
बगल में सीएम अखिलेश की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि हम लोग सब एक हैं। मुख्यमंत्री बगल में बैठे हैं और क्या होगा। मुलायम ने कहा कि एक समय था जब हमारे बगैर कोई सरकार नहीं बन सकती थी। यह हमारी स्थिति है। हम जब केंद्र का हिस्सा थे तब हमने पाकिस्तान का मनोबल गिरा दिया था। आज भी उस दौर को याद किया जाता है।

चुनाव पर उन्होंने कहा कि चुनावी रथ भी चलेगा और साइकिल भी चलेगी। आज ये प्रभारी, अध्यक्ष सबकुछ हैं। मुलायम ने कहा कि हम बिना विवाद के तय करेंगे कि पार्टी में मुख्यमंत्री कौन होगा। किसी से कोई गठबंधन नहीं होगा।

पार्टी के 25 साल पूरे होने के बारे में उन्होंने कहा कि 5 नवंबर को समाजवादी पार्टी की स्थापना के 25 साल पूरे होंगे, और उनकी पार्टी 6 नवंबर को रजत जयंती समारोह मनाएगी. मुलायम सिंह यादव ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से समारोह को सफल बनाने का अनुरोध किया है.

मुलायम सिंह यादव ने पार्टी की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि हम छोटी-सी पार्टी बनाकर आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं, और पिछले 25 साल में हमने चार बार राज्य में सरकार बनाई. यहीं नहीं, हमने दिल्ली में भी सरकार (केंद्र सरकार) बनाने में योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय रक्षामंत्री के रूप में उनके कार्यकाल को लोग आज भी याद करते हैं, और यह उनकी समाजवादी पार्टी की उपलब्धि है.

उन्होंने कहा कि जनता को उनके परिवार पर सबसे ज़्यादा विश्वास है, क्योंकि जनता आज भी समाजवादी विचारधारा पर भरोसा करती है. उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी में विचारधारा ही सबसे महत्वपूर्ण है, और उनकी पार्टी की विचारधारा सभी को साथ लेकर चलने की है.