लखनऊ: बीएसपी सुप्रीमो मायावती की लखनऊ में आयोजित रैली में मची भगदड़ में कम से कम 2 महिलाओं की मौत हो गई और 28 अन्य घायल हुए हैं. इस भगदड़ के बाद कई बच्चे लापता बताए जा रहे हैं. घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद रैली स्थल के पास स्थित विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया.

पुलिस ने बताया 'सीढ़ियों पर बने दो द्वारों में से एक से लोग नीचे आ रहे थे और संतुलन बिगड़ने से एक दूसरे के ऊपर गिर पड़े. घटना में बिजनौर की 68 वर्षीय शांति देवी और एक अन्य अज्ञात महिला की दम घुटने से मौत हो गई.' वहीं बीएसपी के एक प्रवक्ता ने बताया कि बिजली का तार कटने की अफवाह के चलते वहां भगदड़ मच गई.

इससे पहले एक महिला की मौत की खबर आई थी, हालांकि बीएसपी के प्रदेशाध्यक्ष राम अचल राजभर का कहना है कि महिला की मौत की वजह उमस है न कि किसी तरह की भगदड़.

बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक एवं दलित नेता कांशीराम की 10वीं पुण्यतिथि के मौके पर लखनऊ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ग्राउंड पर कांशीराम स्मारक के पास रैली का आयोजन किया गया था. हालांकि भगदड़ के बाद रैली को बीच में ही रोक दिया गया.

पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष राम अचल राजभर ने हालांकि कहा कि महिलाओं की मौत गर्मी और उमस की वजह से हुई। बसपा संस्थापक कांशी राम की दसवीं पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ता और लोग एकत्र हुए थे। वर्ष 2002 में लखनऊ में बसपा की एक रैली के बाद चारबाग रेलवे स्टेशन में पार्टी के कम से कम 12 कार्यकर्ता मारे गए और 22 घायल हो गए थे।