लखनऊ :- उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची में नए नाम जोड़ने व सुधारने का काम प्रशासनिक स्तर पर किया जा रहा है। जमियत उलमा उत्तर प्रदेश सभी जिलों के पदाधिकारियों व सदस्य मतदाता सूची में नाम शामिल कराने का काम अभियान के रूप में और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे फायदा दिलाने के लिए प्रोत्साहन के साथ मस्जिदों के इमामों की सेवाएं भी प्राप्त करें। ये अपील जमियत उलमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक़ उसामा क़ासमी ने की।
मौलाना उसामा क़ासमी ने कहा कि मतदाता सूची में उन नौजवान लड़के व लड़कियों के नाम दर्ज करायें जो अठ्ठारह साल के हो गए हैं। और वे लोग जिनके नाम सही होने है उनके नाम आदि सही भी किये जा रहे हैं ये काम सरकार द्वारा किया जा रहा है इसलिए आसानी से मतदाता सूची में नाम शामिल किया जा सकता है बाद में जरूरत पड़ने पर बहुत परेशानी से ये काम होगा। मतदाता सूची में नाम शामिल करने के काम में टालने की प्रवृत्ति पायी जा रही है, ये प्रवृत्ति समाप्त होनी चाहिए इसके महत्व को उजागर करना चाहिए इसलिए जमियत उलमा उत्तर प्रदेश सभी जिलों के जिम्मेदार व सदस्य इस काम के लिये विशेष रूप से समय निकाल कर इस काम को अंजाम दें और लोगों को जागरूक करने के साथ ही उनकी पूरी मदद करें। अगर छुट्टी लेना पड़े तो इस काम के लिये छुट्टी लें और अपने क्षेत्र के उलमा व इमामों से सहयोग हासिल करें। मौलाना उसामा क़ासमी ने कहा कि लोकतंत्र में मतदान हमारा संवैधानिक अधिकार है इसके उपयोग के लिये हमारा नाम मतदाता सूची में शामिल होना चाहिए, मतदाता सूची के आधार पर राजनीतिक पार्टियाँ अपनी नीति बनाती हैं, वोटर आईडी मताधिकार के अलावा अन्य सरकारी कामों में भी महत्वपूर्ण है और ये हमारे भारतीय होने की पहचान भी है इस के न होने के कारण देश के कई भागों में मुसलमानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।